Haryana Corona Cases: हरियाणा में एक बार फिर कोरोना का खतरा बढ़ता नजर आ रहा है। बीते 72 घंटों में राज्य में कुल 9 नए कोरोना संक्रमित मरीज सामने आए हैं। ये मरीज गुरुग्राम, फरीदाबाद, करनाल और यमुनानगर जिलों से सामने आए हैं। स्वास्थ्य मंत्री आरती राव ने लोगों को सतर्क रहने और हैंड सैनिटाइजर का नियमित इस्तेमाल करने की सलाह दी है।
चौंकाने वाली बात यह है कि संक्रमित मरीजों में कोई भी इंटरनेशनल ट्रैवलर नहीं है। हालांकि, तीन मरीज हाल ही में मुंबई, दिल्ली और पंजाब से यात्रा कर चुके हैं। संक्रमितों में महिलाएं, बुजुर्ग, डॉक्टर, मैनेजर और सॉफ्टवेयर इंजीनियर जैसे पेशेवर शामिल हैं।
जिन जिलों में केस मिले, वहां क्या स्थिति है?
गुरुग्राम:
4 नए केस सामने आए।
RTPCR टेस्ट जारी हैं।
सोमवार से कोविड सैंपलिंग काउंटर शुरू होगा।
6 हजार लीटर प्रति मिनट क्षमता के ऑक्सीजन प्लांट पूरी तरह फंक्शनल।
500 ऑक्सीजन बैड की सुविधा।
फरीदाबाद:
3 केस मिले।
RTPCR टेस्ट दोबारा शुरू।
10 बैड का कोविड वार्ड।
24 ऑक्सीजन प्लांट चालू।
करनाल:
1 केस।
22 ऑक्सीजन बैड का वार्ड तैयार।
कल्पना चावला मेडिकल कॉलेज में 35 बैड अलग से आरक्षित।
यमुनानगर:
1 महिला पॉजिटिव।
5 बैड कोविड मरीजों के लिए रिजर्व।
RTPCR टेस्ट अभी नहीं हो रहे।
18 जिलों में अब भी कोई ठोस तैयारी नहीं
हरियाणा के बाकी 18 जिलों में अभी भी कोरोना सैंपलिंग, RTPCR टेस्ट और कोविड काउंटर को लेकर कोई स्पष्ट दिशा नहीं है। कई जिलों में तो टेस्ट किट तक उपलब्ध नहीं हैं। ऑक्सीजन प्लांट भी कुछ स्थानों पर खराब पड़े हैं।
प्रमुख जिले और स्थिति:
हिसार: सैंपलिंग काउंटर शुरू नहीं, मुख्यालय से आदेश का इंतजार।
पानीपत: RTPCR टेस्ट के निर्देश जारी, 60 बैड रिजर्व।
रोहतक PGI: 40 हजार लीटर प्रति मिनट के तीन ऑक्सीजन प्लांट चालू, लेकिन काउंटर नहीं।
भिवानी: ऑक्सीजन प्लांट खराब, 9 लाख का एस्टीमेट भेजा गया।
जींद: टेस्ट किट नहीं, प्लांट खराब, 50 बैड की व्यवस्था।
रेवाड़ी: एक ऑक्सीजन प्लांट खराब, RTPCR टेस्ट जल्द शुरू होंगे।
पंचकूला: केस नहीं मिले, सैंपलिंग केस आने पर ही।
झज्जर: सोमवार से RTPCR और अलग काउंटर की शुरुआत।
हेल्थ एक्सपर्ट की चेतावनी
PGI रोहतक के डॉ. ध्रुव चौधरी ने बताया कि अभी जो केस सामने आ रहे हैं, वे ओमिक्रॉन वैरिएंट से जुड़े हैं। उन्होंने कहा,
“कोरोना पूरी तरह खत्म नहीं होगा। हमें मास्क पहनने और सावधानी के साथ जीने की आदत डालनी होगी। सावधानी ही एकमात्र बचाव है।”
हरियाणा के कुछ जिलों में कोरोना को लेकर सतर्कता नजर आ रही है, लेकिन अधिकांश जिले अब भी अलर्ट मोड में नहीं हैं। सरकार को सभी जिलों में टेस्टिंग और दवाओं की उपलब्धता सुनिश्चित करनी होगी ताकि किसी भी संभावित लहर से निपटा जा सके।