दोहा में आयोजित आईएसएसएफ शूटिंग वर्ल्ड कप में हरियाणा की युवा निशानेबाज सुरुचि फोगाट ने शानदार प्रदर्शन करते हुए गोल्ड मेडल जीतकर देश को गौरवान्वित किया है। महिलाओं की 10 मीटर एयर पिस्टल स्पर्धा में चंडीगढ़ की संयम ने सिल्वर मेडल जीता, जबकि दो बार की ओलिंपिक पदक विजेता मनु भाकर पांचवें स्थान पर रहीं।
स्पर्धा का दिलचस्प मुकाबला
फाइनल में सुरुचि और संयम के बीच कड़ा मुकाबला रहा। शुरुआती राउंड में संयम बाजी मारती रहीं, लेकिन अंतिम चरण में सुरुचि ने शानदार वापसी करते हुए शीर्ष स्थान हासिल किया। 14 शॉट्स के बाद तक संयम पहले और सुरुचि दूसरे स्थान पर थीं, लेकिन अंतिम निशाने सुरुचि के हुए और उन्होंने स्वर्ण पदक पर कब्जा जमाया।
पहलवानी से शूटिंग तक का सफर
सुरुचि (उम्र 19 वर्ष) का जन्म झज्जर जिले के सासरोली गांव में हुआ। उनके पिता इंदर सिंह फोगाट सेना से सेवानिवृत्त हैं, जो चाहते थे कि उनकी बेटी पहलवान बने। लेकिन 13 साल की उम्र में कुश्ती के दौरान गले की हड्डी टूटने के गंभीर चोट के बाद उन्होंने शूटिंग को अपनाया। भिवानी स्थित गुरु द्रोणाचार्य शूटिंग अकादमी में कोच सुरेश सिंह के मार्गदर्शन में उन्होंने प्रशिक्षण शुरू किया और महज 6 वर्षों में विश्व स्तर पर छा गईं।
विश्व रैंकिंग में दबदबा
सुरुचि ने 2025 म्यूनिख वर्ल्ड कप में स्वर्ण जीतकर लगातार तीसरे विश्व कप गोल्ड का रिकॉर्ड बनाया था। इस उपलब्धि के बाद वह विश्व की नंबर 1 शूटर भी रह चुकी हैं। वर्तमान में (1 दिसंबर की रैंकिंग के अनुसार) वह विश्व रैंकिंग में नंबर 2 पर काबिज हैं।
देश के लिए गौरव
सुरुचि फोगाट की यह सफलता न केवल हरियाणा बल्कि पूरे देश के लिए गर्व का विषय है। उनका संघर्ष और समर्पण युवा खिलाड़ियों के लिए एक बड़ी प्रेरणा है। मनु भाकर भी इसी स्पर्धा में भाग ले रही थीं और आगे 25 मीटर पिस्टल इवेंट में भी प्रदर्शन करेंगी।












