हिसार: एस्ट्रोटर्फ हॉकी स्टेडियम में आयोजित हॉकी इंडिया विमेंस चैंपियनशिप के रोमांचकारी फाइनल में रविवार को ओडिशा की नवल टाटा एकेडमी जूनियर चैंपियन बनकर उभरी, जबकि हरियाणा की हर एकेडमी हिसार ने सब-जूनियर का खिताब अपने नाम किया। यह चैंपियनशिप 15 से 23 नवंबर तक हॉकी इंडिया द्वारा आयोजित की गई थी।
चैंपियनशिप के आयोजन सचिव सुभाष चौहान ने बताया कि जूनियर वर्ग में राउंडग्लास पंजाब ने रनर-अप का स्थान हासिल किया, जबकि घुम्मनहेड़ा, दिल्ली तीसरे स्थान पर रही। वहीं, सब-जूनियर वर्ग में खालसा एकेडमी, पंजाब को दूसरा स्थान मिला और प्रीतम सिवाच एकेडमी, सोनीपत तीसरे स्थान पर रही।
इस ऐतिहासिक फाइनल मुकाबले में हॉकी जगत के कई दिग्गज मौजूद रहे। इस मौके पर भारतीय हॉकी के 100 वर्ष पूरे होने के उपलक्ष्य में वरिष्ठ हॉकी सदस्यों को भी सम्मानित किया गया।
मुख्य अतिथि, मुख्यमंत्री हरियाणा के प्रधान सचिव दीपक शर्मा ने कहा, “हरियाणा सरकार प्रदेश की हर महिला एथलीट को खेलों में आगे बढ़ने के बेहतर अवसर देती रहेगी और भविष्य में और भी लाभकारी योजनाएं लाएगी।” उन्होंने युवा खिलाड़ियों को हॉकी में और बेहतर प्रदर्शन करने और भारत का प्रतिनिधित्व करने का लक्ष्य रखने के लिए प्रेरित किया।
हरियाणा स्टाफ चयन आयोग के सदस्य कपिल अत्रेजा ने विजेता टीमों को बधाई देते हुए एक महत्वपूर्ण घोषणा की। उन्होंने कहा, “स्मार्ट सिटी प्रोजेक्ट के तहत करनाल में एक अंतरराष्ट्रीय स्तर का आधुनिक स्टेडियम तैयार किया गया है, जो युवा प्रतिभाओं को विश्वस्तरीय सुविधाएं प्रदान करेगा।”
भारतीय महिला हॉकी टीम की पूर्व कप्तान रितु रानी ने युवा लड़कियों को हॉकी अपनाने के लिए प्रोत्साहित किया। उन्होंने देश की महिलाओं से अपील करते हुए कहा, “अपनी बेटियों को खेल के मैदान में आगे आने दें और उन्हें खेल को गंभीरता से लेने के लिए प्रेरित करें।” इस अवसर पर रितु रानी के परिवार के सदस्यों ने भी मेहमानों का सम्मान किया।
टूर्नामेंट के दौरान प्रतिभाशाली खिलाड़ियों को चिन्हित करने का कार्य भी किया गया। भारतीय चयन समिति के अध्यक्ष बलविंदर सिंग शम्मी ने पुष्टि की कि इस चैंपियनशिप में उभरे होनहार खिलाड़ियों को राष्ट्रीय टीम के लिए चुना गया है, जो भारतीय हॉकी के उज्ज्वल भविष्य का संकेत देता है।
इस टूर्नामेंट ने न केवल नई प्रतिभाओं को एक मंच दिया, बल्कि महिला हॉकी को बढ़ावा देने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम भी साबित हुआ।










