हरियाणा के लोगों के लिए एक बड़ी खुशखबरी है। प्रदेश सरकार दिल्ली-एनसीआर में एक नया और अत्याधुनिक शहर बसाने की तैयारी कर रही है। हरियाणा स्टेट इंडस्ट्रियल इंफ्रास्ट्रक्चर डेवलपमेंट कॉरपोरेशन (HSIIDC) और हरियाणा शहरी विकास प्राधिकरण (HSVP) मिलकर फरीदाबाद और पलवल के बीच इस महत्वाकांक्षी प्रोजेक्ट को आकार देंगे, जिसे ‘न्यू फरीदाबाद’ के नाम से जाना जाएगा।
मास्टर प्लान 2031 के तहत होगा विकास
HSVP के मास्टर प्लान 2031 के तहत इस नए शहर को बसाया जाएगा। इसके लिए फरीदाबाद और पलवल के 18 गांवों की हजारों एकड़ जमीन का अधिग्रहण किया जा रहा है। इस प्रोजेक्ट की सबसे खास बात यह है कि इसमें न केवल आलीशान रिहायशी सेक्टर होंगे, बल्कि यह एयरपोर्ट और एक्सप्रेसवे जैसी बेहतरीन कनेक्टिविटी से भी जुड़ा होगा।
प्रोजेक्ट की मुख्य विशेषताएं
12 नए रिहायशी सेक्टर: HSVP लगभग 4500 एकड़ जमीन पर 12 नए सेक्टर विकसित करेगा। इनमें सेक्टर 94A, 96, 96A, 97A, 99, 100, 101, 102, 103, 140, 141 और 142 शामिल हैं।
विशाल इंडस्ट्रियल टाउनशिप: ऐसा पहली बार होगा जब HSVP एक विशाल इंडस्ट्रियल टाउनशिप का निर्माण भी करेगा। यह टाउनशिप 9 गांवों की करीब 9000 एकड़ जमीन पर विकसित की जाएगी, जो इसे एक प्रमुख औद्योगिक केंद्र बनाएगी।
कमर्शियल और पब्लिक यूटिलिटी: सेक्टर 100 को पूरी तरह से कमर्शियल हब के रूप में विकसित किया जाएगा। वहीं, सेक्टर 96A और 97A में स्कूल, अस्पताल, सरकारी दफ्तर और अन्य सार्वजनिक उपयोगिताओं के लिए जगह आरक्षित की जाएगी।
इन 18 गांवों की जमीन का होगा अधिग्रहण
न्यू फरीदाबाद को बसाने के लिए जिन 18 गांवों की जमीन का अधिग्रहण किया जा रहा है, उनमें फरीदाबाद के सोतई, सुनपेड़, साहुपुरा, मलेरना, जाजरू, खेड़ी कलां, नचौली, ताजापुर, ढहकोला, शाहबाद, बदरपुर सैद, भैंसरावली, फत्तुपुरा, भुआपुर, जसाना, फरीदापुर, सदपुरा और तिगांव शामिल हैं। सरकार ने इन गांवों के किसानों से जमीन अधिग्रहण के लिए आवेदन मांगे हैं और उन्हें बेहतरीन मुआवजा देने का वादा किया है।
इस मेगा प्रोजेक्ट के पूरा होने के बाद यह क्षेत्र दिल्ली-एनसीआर के सबसे सुनियोजित और कीमती इलाकों में से एक बन जाएगा।











