हरियाणा के सिरसा जिले में घग्गर नदी का जलस्तर बढ़ने से हालात बदलने लगे हैं। इस समय नदी में पानी का बहाव तेजी से बढ़ रहा है, और इसका असर राजस्थान में भी देखा जा रहा है। सिरसा के ओटू हेड से पानी को राजस्थान की ओर छोड़ दिया गया है, जो अब हनुमानगढ़ जिले में प्रवेश कर चुका है। अगले 24 घंटे में यह पानी राजस्थान के अन्य हिस्सों में पहुंचेगा और फिर पाकिस्तान की सीमा तक जाएगा।
घग्गर नदी का जलस्तर बढ़ने के कारण
2023 में भी घग्गर नदी का जलस्तर बढ़ा था, जब पानी राजस्थान होते हुए अनूपगढ़ तक पहुंचा और फिर पाकिस्तान चला गया। वर्तमान में हनुमानगढ़में पानी आ चुका है, और 10 दिनों तक लगातार 3 से 4 हजार क्यूसेक पानी की अधिकता रही तो यह पानी पाकिस्तान तक पहुंच जाएगा।
किसानों के लिए राहत
राजस्थान के अधिकारियों के अनुसार, इस बार बारिश कम होने के बावजूद, घग्गर में पानी का बढ़ना राजस्थान के किसानों के लिए फायदेमंद हो सकता है। घग्गर नदी से होने वाली जल आपूर्ति से किसानों को सिंचाई में सहूलियत होगी, खासकर उन क्षेत्रों में जहां बारिश कम हुई है।
नदी का प्रवाह और सीमा पर असर
घग्गर नदी का प्रवाह सिरसा से राजस्थान की ओर होते हुए हनुमानगढ़, पीलीबंगा, सूरतगढ़, अनूपगढ़ तक पहुंचता है। इस नदी का कुल लंबाई 570 किलोमीटर है, जिसमें से 368 किलोमीटर हिस्सा हरियाणा में है और 166 किलोमीटर राजस्थान में। इसके बाद यह नदी पाकिस्तान की सीमा तक जाती है।
सिरसा में माइनर की क्षमता लगभग 3500 क्यूसेक है, और यहां से पानी राजस्थान की ओर छोड़ा गया है।
घग्गर नदी का जलस्तर बढ़ने से स्थिति
राजस्थान के हनुमानगढ़ और अनूपगढ़ क्षेत्र के लोग घग्गर नदी के पानी पर निर्भर रहते हैं।
यदि पानी की मात्रा अधिक हुई तो पाकिस्तान तक पानी पहुंचेगा।
राजस्थान के लोग इस जलप्रवाह को अपनी खेती के लिए सहायक मानते हैं, लेकिन ज्यादा पानी होने से स्टोरेज की समस्याएं भी आ सकती हैं।
पिछला अनुभव
2023 में घग्गर नदी का जलस्तर इतनी बढ़ा था कि पाकिस्तान तक पानी पहुंचा था। जब पाकिस्तान को पानी की जरूरत नहीं होती तो वह गेट बंद कर देता है, और पानी को पाइपलाइन के जरिए अन्य स्थानों पर निकाला जाता है। हालांकि, पिछले कुछ सालों से पाकिस्तान ने अपनी सीमा पर गेट बना लिया है, ताकि पानी को रोका जा सके जब आवश्यकता न हो।