उत्तर प्रदेश के प्रयागराज जिले में पुलिस ने एक ऐसे लुटेरी दुल्हन गैंग का भंडाफोड़ किया है, जिसने तीन साल में 20 से अधिक शादियां और निकाहकर करोड़ों की ठगी को अंजाम दिया। इस गैंग में शादी कराने वाले पंडित, मौलवी, और दुल्हन के फर्जी मां-बाप तक शामिल हैं। गिरोह ने हरियाणा, राजस्थान और मध्यप्रदेश तक अपने शिकार बनाए।
कैसे करती थी वारदात?
गिरोह की सदस्य युवती शादी या निकाह के नाम पर युवकों से रिश्ता तय करती और विदाई के समय या सुहागरात से ठीक पहले घर से नगदी और गहने लेकर फरार हो जाती।
अगर मौका न मिले तो उसके फर्जी माता-पिता आकर विदाई का बहाना बनाकर दुल्हन को ले जाते थे।
हरियाणा-राजस्थान में तलाशते थे शिकार
यह गिरोह हरियाणा, राजस्थान और मध्यप्रदेश के उन युवाओं को टारगेट करता था जिनकी शादी नहीं हो रही थी। सोशल मीडिया, रिश्तेदारों या शादी कराने वालों के जरिए संपर्क कर लड़की की फोटो और झूठे रिश्ते पेश किए जाते थे।
धरा गया गिरोह, मास्टरमाइंड राजस्थान से गिरफ्तार
प्रयागराज पुलिस को एक गोपनीय इनपुट मिला, जिसके आधार पर रेलवे क्रॉसिंग के पास से शहाना नामक युवती को अरेस्ट किया गया। उसकी निशानदेही पर गिरोह के अन्य सदस्य—निशा, प्रीति, ममता भारतीय, आसिफ, मोहम्मद जैनुल और मास्टरमाइंड श्रीराम गुर्जर को गिरफ्तार किया गया।
पंडित और मौलवी भी बनते थे जालसाज
पुलिस पूछताछ में सामने आया कि गिरोह के सदस्य ही शादी कराने वाले पंडित या निकाह पढ़ाने वाले मौलवी बन जाते थे। दूल्हा हिंदू हो या मुस्लिम—गिरोह हर धर्म की रस्मों की फर्जी स्क्रिप्ट तैयार करता था।
तीन साल में 20 से ज्यादा शादियां, अब सलाखों के पीछे
इस गैंग ने पिछले तीन सालों में कम से कम 15 हिंदू विवाह और 6 निकाह किए हैं। अब प्रयागराज पुलिस ने पूरे गिरोह को दबोचकर ठगी, धोखाधड़ी और षड्यंत्र की धाराओं में मुकदमा दर्ज कर लिया है।