Weather Alert: भारत मौसम विज्ञान विभाग (IMD) ने देश के विभिन्न हिस्सों, खासकर दक्षिणी राज्यों के लिए अगले पांच दिनों तक भारी से अत्यधिक भारी बारिश का अलर्ट जारी किया है। मौसम विशेषज्ञों के अनुसार, चार मजबूत चक्रवाती परिसंचरण (Cyclonic Circulations) और एक निम्न दबाव का क्षेत्र (Low-Pressure Area) एक साथ सक्रिय हो गए हैं, जिसके कारण दक्षिण भारत में कई दिनों तक तबाही वाली बारिश होने की आशंका है।
किन राज्यों में सबसे ज्यादा खतरा?
मौसम विभाग ने विस्तृत पूर्वानुमान जारी करते हुए बताया है कि निम्नलिखित क्षेत्रों में अगले कुछ दिन बेहद चुनौतीपूर्ण रहने वाले हैं:
अंडमान व निकोबार द्वीपसमूह: 22 से 27 नवंबर तक लगातार भारी बारिश जारी रहेगी, जिसमें 24 और 25 नवंबर को बहुत भारी बारिश (Above 204.5 mm) का अलर्ट है।
तमिलनाडु: राज्य में 22 से 25 नवंबर तक भारी बारिश की संभावना है।
केरल और माहे: इन क्षेत्रों में 22 से 26 नवंबर तक मूसलाधार बारिश हो सकती है।
लक्षद्वीप: 22 और 23 नवंबर को यहाँ भारी बारिश का पूर्वानुमान है।
रायलसीमा: 22 नवंबर को यहाँ भारी बारिश की चेतावनी जारी की गई है।
तेज हवाओं और बिजली गिरने का खतरा
इन सभी प्रभावित क्षेत्रों में केवल बारिश ही नहीं, बल्कि 40-50 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से तेज हवाएं चलने और बिजली कड़कने की भी संभावना है। मौसम विभाग ने इन राज्यों में गरज के साथ बारिश की चेतावनी जारी की है।
उत्तर भारत में बढ़ेगी ठंड, कोहरे से हालात बिगड़ेंगे
जहाँ दक्षिण भारत बारिश से जूझ रहा है, वहीं उत्तर भारत में तापमान में दो से तीन डिग्री सेल्सियस तक की गिरावट का अनुमान है। उत्तर-पूर्व भारत और उत्तर प्रदेश में अगले पांच दिनों तक कोहरे के कारण दृश्यता प्रभावित हो सकती है, जिससे यातायात बाधित हो सकता है।
मछुआरों के लिए चेतावनी
मौसम विभाग ने 22 से 27 नवंबर तक सभी मछुआरों को अरब सागर, अंडमान सागर और बंगाल की खाड़ी के विस्तृत क्षेत्रों में न जाने की सख्त सलाह दी है। इन दिनों समुद्री मौसम अत्यंत खराब और तूफानी रहने का अनुमान है।
क्यों बना हुआ है इतना खराब मौसम?
इस भीषण मौसम की मुख्य वजह बंगाल की खाड़ी में बना एक निम्न दबाव का क्षेत्र है, जो 24 नवंबर तक और मजबूत होकर एक डिप्रेशन में बदल सकता है। इसके अलावा, बांग्लादेश, दक्षिण-पूर्व अरब सागर और कोमोरिन क्षेत्र पर बने अन्य चक्रवाती परिसंचरण भी मौसम को गंभीर बना रहे हैं। नागरिकों से अपील है कि वे अगले पांच दिन तक मौसम अपडेट पर नजर बनाए रखें और सुरक्षित रहें।













