हरियाणा के कैथल जिले में रविवार सुबह एक दर्दनाक सड़क हादसा हुआ। करोड़ा से नरवाना जा रही हरियाणा रोडवेज की बस कसान गांव के पास खेत में पलट गई। हादसे के वक्त बस में करीब 35 यात्री सवार थे, जिनमें से 30-35 लोग घायल हुए हैं। राहत की बात रही कि कोई जनहानि नहीं हुई।
हादसा कैसे हुआ?
प्रत्यक्षदर्शियों के मुताबिक, बस कसान गांव के पास एक संकरी सड़क से गुजर रही थी। सामने से आ रहे ट्रक को साइड देने के लिए ड्राइवर ने बस का एक पहिया सड़क के कच्चे किनारे पर उतारा। शनिवार रात हुई तेज बारिश के कारण सड़क किनारे की मिट्टी काफी ढीली हो गई थी। जैसे ही बस का पहिया उस मिट्टी में गया, वह धंस गया और ड्राइवर बस को नियंत्रित नहीं कर पाया। नतीजतन, बस करीब आठ फीट नीचे खेत में पलट गई।
हादसे के बाद का मंजर
बस पलटते ही यात्रियों में चीख-पुकार मच गई। शीशे टूट गए और कई यात्री एक-दूसरे पर गिर पड़े, जिससे उन्हें गंभीर चोटें आईं। स्थानीय लोगों ने तुरंत राहत कार्य शुरू किया और यात्रियों को शीशे तोड़कर बाहर निकाला। पुलिस और एम्बुलेंस टीम मौके पर पहुंची और घायलों को कैथल के सिविल अस्पताल और सिग्नस अस्पताल में भर्ती कराया गया।
घायलों की सूची
इस हादसे में घायल यात्रियों के नाम इस प्रकार हैं:
संजय कुमार (42), बस ड्राइवर
छाना (26), गांव कोटडा
शांति (65), गांव जाखोली
बतेरी (48), गांव भाना
सुमन (42), गांव भाना
महेंद्र (64), गांव कमालपुर
कमला (60), करोड़ा
रॉबिन (10), सिसला
रोहित (18), जखोलीर
कविता (40), सेरदा
मूर्ति (60)
बलवान (64), कोटडा
उषा (28), गांव सेरदा
नीता (60), कोटडा
सुमन देवी (41), गांव भाना
रवीन्द्र (30), करोड़ा
मूर्ति (62), गांव भाना
सोनिया (30), गांव भाना
बुधराम (74), सेरदा
शशि (72)
रामधारी (72), गांव करोड़ा
सतीश कुमार (31), गांव बुढाखेड़ा
हादसे के कारण
शनिवार रात की तेज बारिश से सड़क किनारे की मिट्टी ढीली हो गई थी।
कसान गांव के पास सड़क बहुत संकरी थी, जिससे ट्रक को साइड देने में बस का संतुलन बिगड़ गया।
ढीली मिट्टी में बस का पहिया धंसने से बस अनियंत्रित होकर खेत में पलट गई।
राहत और बचाव कार्य
स्थानीय लोगों और पुलिस की त्वरित कार्रवाई से सभी यात्रियों को समय रहते बाहर निकाल लिया गया। घायलों को एम्बुलेंस से अस्पताल पहुंचाया गया, जहां कुछ को प्राथमिक उपचार के बाद छुट्टी दे दी गई, जबकि बाकी का इलाज जारी है।
सड़क सुरक्षा पर सवाल
यह हादसा एक बार फिर ग्रामीण क्षेत्रों में संकरी और कमजोर सड़कों की समस्या को उजागर करता है। विशेषज्ञों का मानना है कि ऐसी सड़कों के चौड़ीकरण और बेहतर रखरखाव की जरूरत है, ताकि भविष्य में इस तरह की घटनाएं रोकी जा सकें।
कैथल बस हादसा बारिश, संकरी सड़क और ढीली मिट्टी के कारण हुआ। स्थानीय लोगों की सतर्कता और पुलिस की त्वरित कार्रवाई से बड़ा नुकसान टल गया। प्रशासन को ग्रामीण सड़कों की हालत सुधारने और सड़क सुरक्षा के नियमों को सख्ती से लागू करने की जरूरत हैं।