New Expressway News: उत्तर प्रदेश (UP) में विकास की रफ्तार को और तेज करने के लिए केंद्र सरकार एक और बड़े प्रोजेक्ट पर काम शुरू करने जा रही है। गोरखपुर से शामली तक बनने वाला 700 किलोमीटर लंबा ग्रीनफील्ड एक्सप्रेसवे साल 2025 के पहले चरण में शुरू हो सकता है।
700 KM लंबा एक्सप्रेसवे – गंगा एक्सप्रेसवे से भी बड़ा
यह एक्सप्रेसवे गंगा एक्सप्रेसवे (594 किमी) से भी लंबा होगा और यूपी के 22 जिलों को आपस में जोड़ेगा।
निर्माण की लागत लगभग ₹35,000 करोड़ है।
यह परियोजना भारतमाला योजना के तहत विकसित की जा रही है।
रूट मैप: किन-किन जिलों से गुजरेगा एक्सप्रेसवे?
गोरखपुर, संतकबीरनगर, बस्ती, गोंडा, बहराइच, बाराबंकी, अयोध्या, लखनऊ, सीतापुर, हरदोई, शाहजहांपुर, बदायूं, बरेली, रामपुर, मुरादाबाद, संभल, अमरोहा, बिजनौर, मेरठ, मुजफ्फरनगर, सहारनपुर और शामली जैसे 22 जिलों से होकर यह एक्सप्रेसवे गुजरेगा।
हवाई पट्टी और मिलिट्री यूज़ के लिए भी तैयार
इसमें आपातकालीन हवाई पट्टी भी बनेगी, जिसका उपयोग आपदा और सैन्य ऑपरेशन के दौरान किया जा सकेगा।
यह एक्सप्रेसवे चीन और नेपाल सीमा तक कनेक्टिविटी को ध्यान में रखकर बनाया जा रहा है।
सिर्फ 8 घंटे में तय होगा गोरखपुर से शामली का सफर
वर्तमान में इस रूट पर यात्रा में 15 घंटे लगते हैं।
एक्सप्रेसवे बन जाने के बाद यह समय घटकर सिर्फ 8 घंटे रह जाएगा।
ग्रीन कॉरिडोर के रूप में भी होगा विकसित
एक्सप्रेसवे के दोनों ओर हरियाली विकसित की जाएगी।
हजारों पेड़ और झाड़ियां लगाकर पर्यावरण संतुलन पर भी ध्यान दिया जाएगा।
अंबाला और देहरादून से भी मिलेगी कनेक्टिविटी
शामली से गोगवान जलालपुर के पास यह कॉरिडोर दिल्ली-देहरादून एक्सप्रेसवे और अंबाला-शामली इकनॉमिक कॉरिडोर से भी जुड़ जाएगा।
इससे पंजाब, हरियाणा, उत्तराखंड और यूपी के बीच आवाजाही बेहद सुगम हो जाएगी।
व्यापार और आयात-निर्यात को मिलेगा बढ़ावा
गोरखपुर-शामली ग्रीनफील्ड एक्सप्रेसवे के बनने से न सिर्फ यात्रा सुगम होगी बल्कि बंगाल से लेकर हरियाणा और पंजाब तक व्यापारिक नेटवर्क को जबरदस्त फायदा मिलेगा।
इस प्रोजेक्ट से जुड़े अपडेट्स और एक्सप्रेसवे निर्माण की तिथि जैसे ही सरकार द्वारा घोषित की जाएगी, हम आपको तुरंत सूचित करेंगे।