Jyoti Malhotra Spy Case: हरियाणा की यूट्यूबर ज्योति मल्होत्रा की मुश्किलें बढ़ गई हैं। पाकिस्तान के लिए जासूसी के आरोप में गिरफ्तार ज्योति के मोबाइल और लैपटॉप से डिलीट किया गया डेटा रिकवर कर लिया गया है। इस डेटा में कई वीडियो और चैटिंग शामिल हैं, जिन्हें अब जांच एजेंसियां खंगाल रही हैं।
रिमांड बढ़ाने की तैयारी, संदिग्ध डेटा मिला
ज्योति मल्होत्रा की चार दिन की पुलिस रिमांड 26 मई (सोमवार) को खत्म हो रही है। पुलिस ने कोर्ट में रिमांड बढ़ाने की तैयारी कर ली है। सूत्रों के मुताबिक रिकवर हुए डेटा से कुछ संदिग्ध फाइलें, चैट और वीडियो मिले हैं, जिनका कनेक्शन ISI एजेंट्स से जुड़ सकता है।
ISI एजेंट्स से जुड़ी चैटिंग और वीडियो का शक
फोरेंसिक लैब से भेजे गए डेटा की जांच में शक है कि ज्योति ने ISI एजेंट्स से चैटिंग की थी।
इससे पहले ISI एजेंट अली हसन से उसकी बातचीत के कुछ हिस्से सामने आ चुके हैं।
पुलिस को संदेह है कि ज्योति ने कई वीडियो सिर्फ ISI एजेंट्स को भेजने के लिए शूट किए थे, जिन्हें भेजने के बाद डिलीट कर दिया गया।
कश्मीर ट्रैवलिंग, पहलगाम हमले से जुड़ सकती है कड़ी
आतंकवादी हमले से पहले ज्योति पहलगाम और कश्मीर के अन्य इलाकों में घूमने गई थी।
हमले के बाद उसने सुरक्षा एजेंसियों पर सवाल उठाए, जिससे उसकी भूमिका पर भी संदेह जताया जा रहा है।
जांच एजेंसियां ज्योति को घटनास्थल पर ले जाकर रिक्रिएशन कर सकती हैं।

15 राज्यों की पुलिस जुटी जांच में
मुंबई, जम्मू-कश्मीर, मध्यप्रदेश पुलिस ज्योति से पूछताछ कर चुकी है।
अब मेघालय, हिमाचल प्रदेश, कर्नाटक, केरल, पंजाब, उत्तराखंड, बंगाल, यूपी, ओडिशा, तेलंगाना, दिल्ली और गुजरात की पुलिस भी पूछताछ की तैयारी में है।
पुलिस के मुताबिक ज्योति ने इन सभी राज्यों में जाकर वीडियो शूट किए थे।
पाकिस्तानी अधिकारी दानिश से संबंध, ISI कनेक्शन की आशंका
ज्योति की तस्वीरें पाकिस्तानी दूतावास में मौजूद दानिश नामक अधिकारी के साथ सामने आई हैं। जांच एजेंसियों का शक है कि दानिश ISI का अंडरकवर एजेंट था, जिसे भारत से निकाला जा चुका है। उसकी भूमिका की भी जांच जारी है।
भी तक आतंकियों से सीधा कनेक्शन नहीं
हिसार के SP शशांक कुमार सावन ने बताया कि ज्योति के सीधे आतंकियों से संपर्क नहीं मिले हैं, लेकिन वह पाकिस्तानी ऑपरेटिव्स के संपर्क में थी। इसी को लेकर गहराई से जांच जारी है।
ज्योति मल्होत्रा केस सिर्फ एक जासूसी मामला नहीं बल्कि अंतरराष्ट्रीय साजिश की संभावित परतें खोल रहा है। जैसे-जैसे जांच आगे बढ़ रही है, उसके कई राज्यों में घूमने और संदिग्ध संपर्कों के राज़ सामने आ रहे हैं। अब देखना है कि कोर्ट पुलिस को आगे की रिमांड देता है या नहीं।