रेवाड़ी (हरियाणा): जिले के कसौला गांव में गौरक्षा दल की तत्परता से गौतस्करी की कोशिश नाकाम हो गई। गौरक्षा दल के सदस्यों ने एक टाटा-407 गाड़ी से दो बैलों को मुक्त करवाया, जिन्हें पैर और मुंह बांधकर ले जाया जा रहा था। मामले की शिकायत पर कसौला थाना पुलिस ने छह अज्ञात आरोपियों के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया है।
ग्रामीणों की सतर्कता से पकड़ी गई गाड़ी
कसौला गांव निवासी प्रकाश ने बताया कि वे अपने कुछ साथियों के साथ गांव में घूम रहे थे, तभी उन्हें एक टाटा-407 गाड़ी में बैलों को जबरन भरते देखा गया। जैसे ही वे वहां पहुंचे, दो युवक गाड़ी छोड़कर भाग निकले, और उनके साथ मौजूद चार अन्य लोग भी फरार हो गए।
गाड़ी के पास पहुंचने पर देखा गया कि दो बैल गाड़ी में मुंह और पैरों से बंधे हुए पड़े थे। तुरंत पुलिस को सूचना दी गई और मौके पर पहुंचकर पुलिस ने बैलों को छुड़ाया।
टाटा-407 जब्त, पुलिस ने शुरू की जांच
कसौला थाना पुलिस के जांच अधिकारी ASI धर्मेन्द्र ने बताया कि,
“टाटा-407 गाड़ी को कब्जे में ले लिया गया है। गाड़ी के नंबर के आधार पर आरोपियों की पहचान की जा रही है। अज्ञात लोगों के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया गया है और जल्द ही आरोपी गिरफ्तार कर लिए जाएंगे।”
गौरक्षा दल की तत्परता की सराहना
गौरक्षा दल की इस त्वरित कार्रवाई की गांव में खासी सराहना हो रही है। समय पर की गई सूचना और हस्तक्षेप से दो बेजुबान जानवरों की जान बचाई जा सकी।
निष्कर्ष: रेवाड़ी में गौतस्करी की कोशिश को नाकाम करने वाली यह घटना एक बार फिर यह दर्शाती है कि यदि नागरिक सतर्क और संगठित रहें तो अपराध को रोका जा सकता है। पुलिस अब गाड़ी के रजिस्ट्रेशन नंबर के आधार पर आरोपियों की पहचान में जुट गई है।