हरियाणा के मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी ने ग्रामीण क्षेत्रों में विकास कार्यों की पारदर्शिता, दक्षता और निगरानी बढ़ाने के लिए एक अहम फैसला लिया है। अब एचईडब्ल्यू (हरियाणा इंजीनियरिंग वर्क्स) पोर्टल पर जारी होने वाले हर टेंडर की सूचना संबंधित सरपंच को सीधे एसएमएस के माध्यम से तत्काल भेजी जाएगी। यह कदम सरपंचों को गांव में होने वाले निर्माण कार्यों की समयबद्ध, सटीक और वास्तविक जानकारी सुनिश्चित करेगा।
मुख्यमंत्री की समीक्षा बैठक में हुआ निर्णय
मुख्यमंत्री ने गुरुवार देर शाम सिविल सचिवालय में विकास एवं पंचायत विभाग की बजट घोषणाओं की प्रगति की समीक्षा करते हुए यह निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि इस व्यवस्था से न केवल कार्यों की गुणवत्ता सुनिश्चित होगी, बल्कि भ्रष्टाचार और अनावश्यक देरी की संभावना भी कम होगी। सरपंचों की सीधी निगरानी से ग्रामीण विकास योजनाओं का क्रियान्वयन अधिक प्रभावी होगा।
विभिन्न विकास कार्यों की तेज प्रगति
बैठक में विभाग ने कई विकास परियोजनाओं की उल्लेखनीय प्रगति की जानकारी दी:
फिरनियों का पक्कीकरण: 1000 से अधिक आबादी वाले गांवों में कच्ची फिरनियों को पक्का बनाने का कार्य तेजी से चल रहा है। अब तक 639 फिरनियां पूरी हो चुकी हैं और 303 पर काम प्रगति पर है।
महिला चौपालों का निर्माण: महिलाओं की सामाजिक-सांस्कृतिक भागीदारी बढ़ाने के लिए 480 महिला चौपालों का निर्माण पूरा हो चुका है और 274 पर कार्य जारी है।
ई-पुस्तकालयों का उन्नयन: पहले चरण में 994 ई-पुस्तकालयों का नवीनीकरण कर फर्नीचर लगाया जा चुका है। जल्द ही इनमें पुस्तकों और कंप्यूटरों की व्यवस्था की जाएगी।
ग्रामीण खेल सुविधाएं: युवाओं को प्रोत्साहन देने के लिए 415 इनडोर जिम स्थापित किए जा चुके हैं।
सामुदायिक हॉल: अनुसूचित जातियों के लिए जिला स्तर पर निर्माणाधीन 366 सामुदायिक हॉलों में से 202 का निर्माण पूरा हो चुका है और 140 पर काम जारी है।
सरपंचों को सीधे टेंडर सूचना देने का यह निर्णय हरियाणा सरकार की ग्रामीण विकास में डिजिटल पहुंच और जवाबदेही बढ़ाने की प्रतिबद्धता को दर्शाता है। इससे ग्रामीण स्तर पर शासन प्रक्रिया अधिक पारदर्शी, समावेशी और प्रभावी बनेगी।












