हरियाणा सरकार की चेतावनी का असर अब स्पष्ट रूप से दिखने लगा है। प्रदेश में करीब 3.90 लाख परिवारों ने खुद को BPL (गरीबी रेखा से नीचे) सूची से बाहर कर लिया है। मार्च 2025 तक प्रदेश में BPL परिवारों की संख्या जहां 51 लाख 96 हजार 380 थी, वह अब घटकर 48 लाख 5 हजार 547 रह गई है।
फैमिली आईडी अपडेट से घटे आंकड़े
राज्य सरकार ने फैमिली आईडी पोर्टल पर आय का विवरण सही करवाने का निर्देश दिया था। सरकार ने 20 अप्रैल तक खुद से लाभ छोड़ने का विकल्प देते हुए फर्जीवाड़े पर कानूनी कार्रवाई और वसूली की चेतावनी दी थी।
जुलाई में और घटेंगे आंकड़े
आधिकारिक रिपोर्ट के मुताबिक, जुलाई महीने तक BPL परिवारों की संख्या घटकर 3 लाख 90 हजार 833 और कम हो जाएगी। यानी आने वाले समय में कुल संख्या में और कटौती होगी।
जिलेवार आंकड़े: कहां कितने BPL परिवार कम हुए?
क्रम | जिला | घटे BPL परिवारों की संख्या |
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1 | सिरसा | 29,652 |
2 | गुरुग्राम | 26,559 |
3 | करनाल | 23,035 |
4 | फरीदाबाद | 21,700 (अनुमानित) |
5 | भिवानी | 19,300 (अनुमानित) |
6 | हिसार | 18,800 (अनुमानित) |
7 | रेवाड़ी | 14,500 (अनुमानित) |
8 | सोनीपत | 13,900 (अनुमानित) |
9 | कैथल | 11,200 (अनुमानित) |
10 | चरखी दादरी | 8,093 |
नोट: कुछ जिलों के आंकड़े विभागीय डेटा के आधार पर अनुमानित हैं।
सरकार की सख्ती का दिखा असर
सरकार ने स्पष्ट किया कि फर्जी BPL लाभ लेने वालों से न केवल लाभ राशि की वसूली की जाएगी, बल्कि कानूनी कार्रवाई भी की जाएगी। इसका ही परिणाम है कि लाखों परिवारों ने खुद से श्रेणी से बाहर होने का विकल्प चुना।