New Highway: राजस्थान के अलवर जिले की लंबे समय से प्रतीक्षित अलवर-बहरोड़ फोरलेन हाईवे परियोजना को हरी झंडी मिलने की उम्मीद बढ़ गई है। राजस्थान राज्य सड़क विकास निगम लिमिटेड (RSRDC) ने परियोजना की विस्तृत परियोजना रिपोर्ट (DPR) तैयार कर सरकार को भेज दी है। 516 करोड़ रुपये की अनुमानित लागत वाली इस परियोजना के बनने से दोनों शहरों के बीच यात्रा का समय मौजूदा दो घंटे से घटकर मात्र 45 मिनट रह जाएगा।
परियोजना की मुख्य विशेषताएं:
लंबाई: वर्तमान 60 किमी की दूरी को घुमाव समाप्त करते हुए लगभग 70 किलोमीटर के सीधे फोरलेन मार्ग में बदला जाएगा।
समय बचत: दुर्घटना-प्रवण और जर्जर दो-लेन सड़क की जगह सुरक्षित और तेज फोरलेन से यात्रा समय में 75% तक की कमीआएगी।
सुरक्षा सुधार: पूरे मार्ग में डिवाइडर, ओवरब्रिज (सोड़ावास के पास) और खतरनाक घुमावों (जिदौली, आलमपुर, डहरा) को समाप्त किया जाएगा।
पर्यावरण: मार्ग के बीच हरियाली और पौधरोपण भी किया जाएगा।
भूमि अधिग्रहण: परियोजना के लिए लगभग 16 हेक्टेयर अतिरिक्त भूमि की आवश्यकता होगी, जिसके लिए 75 करोड़ रुपये का मुआवजा दिया जाएगा।
अगले कदम और समयसीमा:
RSRDC के अधिकारियों के अनुसार, सरकार से मंजूरी मिलते ही निर्माण कार्य शुरू कर दिया जाएगा। परियोजना को लगभग दो वर्षमें पूरा करने का लक्ष्य है। इससे न केवल यातायात दक्षता बढ़ेगी, बल्कि आर्थिक गतिविधियों और पर्यटन को भी गति मिलेगी।
अलवर-बहरोड़ फोरलेन परियोजना क्षेत्र के बुनियादी ढांचे और कनेक्टिविटी में एक बड़ा बदलाव लाने वाली है। यह हाईवे स्थानीय निवासियों के लिए सुरक्षित यात्रा तो सुनिश्चित करेगा ही, साथ ही व्यापार और विकास के नए रास्ते भी खोलेगा।












