हरियाणा के पलवल जिले में 6 जून को होने वाली मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी की “धन्यवाद रैली” से पहले भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) में अंदरूनी खींचतान और गुटबाजी खुलकर सामने आ गई है। शहर में लगे पोस्टर और बैनरों से शुरू हुई यह खींचतान अब सियासी चर्चाओं का केंद्र बन चुकी है।
मंत्री के पोस्टर से पूर्व विधायक गायब
खेल राज्य मंत्री गौरव गौतम रैली की तैयारियों की कमान संभाल रहे हैं, लेकिन उनके बैनरों और पोस्टरों से पूर्व विधायक दीपक मंगला का फोटो गायब है। शहर में इसे दोनों नेताओं के बीच चल रही राजनीतिक खटास और गुटबाजी से जोड़कर देखा जा रहा है।

पूर्व विधायक के पोस्टर में मंत्री मौजूद
इसके उलट, दीपक मंगला द्वारा लगाए गए पोस्टरों में खेल राज्य मंत्री गौरव गौतम की फोटो शामिल है। इससे यह स्पष्ट हो रहा है कि मंगला सार्वजनिक रूप से टकराव की स्थिति नहीं बनाना चाहते। लेकिन, मंत्री के पोस्टरों में मंगला की अनुपस्थिति ने राजनीतिक हलकों में कई सवाल खड़े कर दिए हैं।

मंच साझा करने से भी कर रहे परहेज
स्थानीय लोग और भाजपा के कार्यकर्ता इस बात को लेकर हैरान हैं कि दोनों नेता अक्सर एक मंच पर नजर नहीं आते। राजनीतिक जानकारों का मानना है कि दीपक मंगला केंद्रीय मंत्री कृष्णपाल गुर्जर गुट से जुड़े हुए हैं, जबकि गौरव गौतम का झुकाव मुख्यमंत्री नायब सैनी खेमे की ओर माना जा रहा है। यही कारण है कि दोनों के बीच बढ़ती दूरी अब सार्वजनिक रूप लेने लगी है।
कौन हैं दीपक मंगला?
भाजपा के वरिष्ठ और पुराने नेता
2014 में कांग्रेस के करण दलाल से चुनाव हारे, लेकिन
2019 में भाजपा प्रत्याशी के रूप में करण दलाल को हराया
पूर्व सीएम मनोहर लाल खट्टर के राजनीतिक सचिव भी रह चुके हैं
बैनर विवाद पर क्या बोले नेता?
मंत्री गौरव गौतम से जब इस विवाद पर सवाल पूछा गया तो उन्होंने टालमटोल भरा जवाब देते हुए कहा,
“पार्टी के सभी नेता मुख्यमंत्री का अपने-अपने तरीके से स्वागत कर रहे हैं। हर कोई स्वागत को तैयार है।”
हालांकि, उन्होंने यह नहीं बताया कि पोस्टरों में दीपक मंगला का फोटो क्यों नहीं लगाया गया।
दूसरी ओर, पूर्व विधायक दीपक मंगला ने भी संयमित बयान देते हुए कहा,
“हम ऐसी सोच नहीं रखते कि किसी को पोस्टर से हटाया जाए। हम सबका सम्मान करते हैं और मिलकर मुख्यमंत्री का स्वागत करेंगे।”
भाजपा की आंतरिक राजनीति और गुटबाजी अब खुले तौर पर पोस्टर पॉलिटिक्स के रूप में सामने आने लगी है। 6 जून की रैली में सीएम सैनी के मंच पर कौन-कौन नेता मौजूद रहते हैं और किस तरह की राजनीतिक भाषा सामने आती है, उस पर सभी की नजरें टिकी हुई हैं।