Aaj ka Mausam (30 अक्टूबर, 2025): चक्रवाती तूफान ‘मोंथा’ आंध्र प्रदेश तट पर लैंडफॉल के बाद कमजोर पड़ गया है, लेकिन इसका असर अभी भी देश के मौसम पर बना हुआ है। इसके प्रभाव से दक्षिण और पूर्वी भारत के कई राज्यों में भारी बारिश की चेतावनी जारी की गई है, जबकि उत्तर भारत में पहाड़ों से आ रही ठंडी हवाओं के कारण तापमान में गिरावट आई है और ठंड ने दस्तक दे दी है।
दिल्ली-NCR में बदला मौसम, हल्की बारिश की संभावना
दिल्ली-एनसीआर में गुरुवार सुबह की शुरुआत हल्की धुंध और ठंडी हवाओं के साथ हुई। आकाश में बादल छाए हुए हैं और तापमान में गिरावट दर्ज की गई है।
तापमान: मौसम विभाग के अनुसार, आज दिल्ली का अधिकतम तापमान 27 से 29 डिग्री सेल्सियस और न्यूनतम तापमान 17 से 21 डिग्री सेल्सियस के बीच रहने का अनुमान है।
बारिश की चेतावनी: अगले 24 घंटों के दौरान दिल्ली और आसपास के इलाकों में हल्की बारिश या बूंदाबांदी हो सकती है, जिससे सुबह-शाम की ठंड और बढ़ेगी।
इन राज्यों में भारी बारिश का अलर्ट
चक्रवात ‘मोंथा’ के अवशेषी प्रभाव के कारण कई राज्यों में आज झमाझम बारिश होने की संभावना है:
दक्षिण भारत: तमिलनाडु, तेलंगाना, कर्नाटक और रायलसीमा में आंधी-तूफान के साथ भारी बारिश की चेतावनी दी गई है।
पूर्वी भारत: 30 और 31 अक्टूबर को बिहार, झारखंड, उप-हिमालयी पश्चिम बंगाल और सिक्किम में 30-40 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से तेज हवाओं के साथ भारी बारिश हो सकती है। कोलकाता, हावड़ा, मेदिनीपुर समेत दक्षिण बंगाल के कई जिले प्रभावित हो सकते हैं।
मध्य भारत: पूर्वी मध्य प्रदेश, विदर्भ और छत्तीसगढ़ में भी तेज हवाओं के साथ बारिश की संभावना है।
पूर्वोत्तर भारत: 31 अक्टूबर से 1 नवंबर के बीच अरुणाचल प्रदेश, असम, मेघालय और त्रिपुरा समेत पूर्वोत्तर के राज्यों में हल्की से मध्यम बारिश का अनुमान है।
उत्तर प्रदेश में कैसा रहेगा मौसम?
उत्तर प्रदेश में चक्रवात का मिला-जुला असर देखने को मिलेगा।
पश्चिमी यूपी: यहां मौसम मुख्यतः शुष्क रहेगा, हालांकि बादल छाए रह सकते हैं।
पूर्वी और मध्य यूपी: चक्रवात के प्रभाव से प्रयागराज, वाराणसी, मिर्जापुर, गाजीपुर, मऊ, जौनपुर और चित्रकूट जैसे जिलों में हल्की बारिश और आंधी-तूफान की संभावना है। लखनऊ और कानपुर के कुछ हिस्सों में भी बारिश हो सकती है, जिससे ठंड और कोहरा बढ़ेगा।
कुल मिलाकर, देश के एक हिस्से में जहां चक्रवात के कारण बारिश हो रही है, वहीं दूसरे हिस्से में पश्चिमी विक्षोभ और उत्तरी हवाओं के कारण सर्दी का आगाज हो गया है।













