हरियाणा के मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी ने बुधवार को किसानों को दोहरी राहत देने का ऐलान किया। अगस्त-सितंबर 2025 में हुई भारी बारिश और बाढ़ से हुए फसल नुकसान की भरपाई के लिए 53,821 किसानों को 116 करोड़ 15 लाख रुपये के मुआवजे की मंजूरी दी गई है। साथ ही, बाजरा भावान्तर भरपाई योजना के तहत 1.57 लाख किसानों को 358 करोड़ 62 लाख रुपये की अतिरिक्त राशि जारी की गई है।
मुआवजा राशि का विवरण:
बाजरा: 35 करोड़ 29 लाख रुपये
कपास: 27 करोड़ 43 लाख रुपये
धान: 22 करोड़ 91 लाख रुपये
ग्वार: 14 करोड़ 10 लाख रुपये
भुगतान तत्काल शुरू हो गया है और अगले एक सप्ताह में सभी लाभार्थियों के खातों में पहुंच जाएगा।
सबसे अधिक प्रभावित जिले:
चरखी दादरी: 23 करोड़ 55 लाख रुपये
हिसार: 17 करोड़ 82 लाख रुपये
भिवानी: 12 करोड़ 15 लाख रुपये
मुख्यमंत्री ने बताया कि बाढ़ से हुए अन्य नुकसान (पशुधन, मकान क्षति) के लिए पहले ही 4.72 करोड़ रुपये जारी किए जा चुके हैं।
बाजरा भावान्तर योजना: किसानों को मिलेगा 575 रुपये प्रति क्विंटल का लाभ
सरकार ने किसानों को बाजरे का उचित मूल्य दिलाने के लिए 575 रुपये प्रति क्विंटल के हिसाब से भावान्तर भरपाई का निर्णय लिया है। इसके तहत कुल 1,285 करोड़ 62 लाख रुपये की राशि अब तक किसानों को दी जा चुकी है। इस सीजन में 6.23 लाख मीट्रिक टन बाजरे की खरीद की गई।
पारदर्शिता और जवाबदेही पर जोर
ई-क्षतिपूर्ति पोर्टल के माध्यम से 5.29 लाख किसानों ने पंजीकरण कराया था, जिसकी जांच के बाद 53,821 किसानों को मुआवजे के लिए पात्र पाया गया।
सत्यापन में लापरवाही बरतने वाले 6 पटवारियों को निलंबित किया गया है।
मुख्यमंत्री ने पिछली कांग्रेस सरकार पर आरोप लगाते हुए कहा कि उनके कार्यकाल में किसानों को 2-5 रुपये के चेक दिए जाते थे और 269 करोड़ रुपये का पुराना मुआवजा भी नहीं दिया गया था, जिसे वर्तमान सरकार ने 2015 में चुकाया।
निष्कर्ष: यह घोषणा हरियाणा सरकार की किसान-हितैषी नीतियों और प्राकृतिक आपदाओं में त्वरित राहत के प्रति प्रतिबद्धता को दर्शाती है। यह राहत राशि हजारों प्रभावित किसान परिवारों के लिए एक बड़ी आर्थिक मदद साबित होगी।











