Cyclone Montha: बंगाल की खाड़ी में उठा चक्रवाती तूफान ‘मोंथा’ (Cyclone Montha) अब और भी प्रचंड हो गया है और आज, 28 अक्टूबर की शाम या रात तक आंध्र प्रदेश के तट से टकराने की प्रबल संभावना है। भारतीय मौसम विज्ञान विभाग (IMD) के अनुसार, यह तूफान काकीनाडा और मछलीपट्टनम के बीच तट को पार करेगा। इस दौरान 90 से 100 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से हवाएं चलेंगी, जिनकी गति समुद्र में 110 किमी/घंटा तक पहुंच सकती है।
इस गंभीर खतरे को देखते हुए आंध्र प्रदेश, ओडिशा, तमिलनाडु समेत कई राज्यों में रेड अलर्ट जारी कर दिया गया है और NDRF की टीमों को तैनात कर दिया गया है।
इन राज्यों में अगले 48 घंटे बेहद खतरनाक
मौसम विभाग ने अगले 48 घंटों को कई राज्यों के लिए बेहद खतरनाक बताया है, जहां भीषण बारिश, तूफान और बिजली गिरने की घटनाएं हो सकती हैं।
आंध्र प्रदेश: 23 जिलों में रेड और ऑरेंज अलर्ट जारी किया गया है। नेल्लोर, प्रकाशम, बापटला, कृष्णा और काकीनाडा जैसे 7 जिलों में अत्यधिक भारी बारिश की चेतावनी है। सरकार ने राहत शिविरों और खाद्य आपूर्ति की पूरी तैयारी कर ली है और 70 से अधिक ट्रेनें रद्द कर दी गई हैं।
ओडिशा: आंध्र प्रदेश से सटे जिलों में हाई अलर्ट है और 30 अक्टूबर तक स्कूल और आंगनबाड़ी केंद्र बंद कर दिए गए हैं।
तमिलनाडु, तेलंगाना, केरल, कर्नाटक: इन राज्यों के तटीय इलाकों में भी भारी बारिश और तेज हवाओं का कहर जारी रहेगा।
गुजरात और महाराष्ट्र: गुजरात के सौराष्ट्र और कच्छ में 27 अक्टूबर को अत्यधिक भारी बारिश दर्ज की गई है। वहीं, महाराष्ट्र के कोंकण और गोवा में भी भीषण बारिश हो रही है।
पूर्वी और मध्य भारत में भी दिखेगा असर
‘मोंथा’ का असर सिर्फ दक्षिण भारत तक ही सीमित नहीं रहेगा।
छत्तीसगढ़: 28 अक्टूबर को अत्यधिक भारी बारिश का पूर्वानुमान है।
बिहार, झारखंड, पश्चिम बंगाल: 30 और 31 अक्टूबर को इन राज्यों में भी तेज बारिश के आसार हैं।
प्रशासन हाई अलर्ट पर
तूफान के खतरे को देखते हुए प्रभावित राज्यों में प्रशासन पूरी तरह से हाई अलर्ट पर है। भारतीय सेना को भी स्टैंडबाय पर रखा गया है। IMD ने चेतावनी दी है कि तूफान के कारण सड़कों पर पानी भर सकता है, अंडरपास बंद हो सकते हैं और निचले इलाकों में बाढ़ जैसी स्थिति उत्पन्न हो सकती है। मछुआरों को अगले कुछ दिनों तक समुद्र में न जाने की सख्त हिदायत दी गई है।













