सिर्फ एक महीने का इंतजार और फिर दिल्ली से मुंबई का 24 घंटे का सफर घटकर सिर्फ 12 घंटे का रह जाएगा। भारत के सबसे लंबे, 1386 किलोमीटर के दिल्ली-मुंबई एक्सप्रेसवे का 82% से अधिक काम पूरा हो चुका है और सड़क परिवहन मंत्रालय इसे दिसंबर 2025 तक पूरी तरह से आम जनता के लिए खोलने की तैयारी में है। यह एक्सप्रेसवे 6 राज्यों—दिल्ली, हरियाणा, राजस्थान, मध्य प्रदेश, गुजरात और महाराष्ट्र को जोड़ेगा, जिससे लाखों लोगों के लिए यात्रा सुगम हो जाएगी।
दिल्ली-मुंबई एक्सप्रेसवे: एक नजर में
| मुख्य तथ्य | विवरण |
|---|---|
| कुल लंबाई | 1,386 किलोमीटर |
| अनुमानित लागत | ₹1 लाख करोड़ |
| लेन | 8-लेन (12-लेन तक विस्तार योग्य) |
| यात्रा का समय | 12 घंटे (पहले 24 घंटे लगते थे) |
| स्पीड लिमिट | 120 किलोमीटर प्रति घंटा |
| कवर होने वाले राज्य | दिल्ली, हरियाणा, राजस्थान, मध्य प्रदेश, गुजरात, महाराष्ट्र |
| पूर्ण होने का लक्ष्य | दिसंबर 2025 |
मौजूदा स्थिति और दिसंबर तक का लक्ष्य
नेशनल हाइवे अथॉरिटी ऑफ इंडिया (NHAI) इस मेगा प्रोजेक्ट को 53 पैकेज में पूरा कर रही है। अब तक 80% से ज्यादा काम पूरा हो चुका है।
पहले से चालू सेक्शन:
दिल्ली (सोहना) से राजस्थान (दौसा) तक 293 किमी का सेक्शन फरवरी 2023 से चालू है।
मध्य प्रदेश में 244 किमी और वडोदरा-भरूच के बीच का सेक्शन भी यातायात के लिए खुला है।
दिसंबर 2025 तक तैयार होने वाले सेक्शन:
महाराष्ट्र और गुजरात बॉर्डर पर चल रहे दो सेक्शन का काम तेजी से पूरा किया जा रहा है।
सूरत से विरार (मुंबई) तक 291 किमी और भरूच से सूरत तक 38 किमी का सेक्शन दिसंबर तक पूरा हो जाएगा।
दिल्ली की तरफ से आश्रम से खलीलपुर (हरियाणा) तक 70 किमी के स्ट्रेच में सिर्फ 12 किमी का काम बाकी है।
किन शहरों को मिलेगा सीधा फायदा?
यह एक्सप्रेसवे हरियाणा के सोहना से शुरू होकर राजस्थान, मध्य प्रदेश और गुजरात होते हुए महाराष्ट्र के जवाहरलाल नेहरू पोर्ट (JNPT) तक जाएगा। इससे निम्नलिखित बड़े शहरों के बीच कनेक्टिविटी अभूतपूर्व रूप से बेहतर हो जाएगी:
दिल्ली
गुरुग्राम
फरीदाबाद
जयपुर
कोटा
उदयपुर
इंदौर
वडोदरा
सूरत
मुंबई
अत्याधुनिक तकनीक और सुविधाएं
यह एक्सप्रेसवे सिर्फ एक सड़क नहीं, बल्कि इंजीनियरिंग का एक नायाब नमूना है।
12 लेन तक विस्तार: इसे 8-लेन का बनाया गया है, लेकिन भविष्य में ट्रैफिक बढ़ने पर इसे आसानी से 12-लेन तक चौड़ा किया जा सकता है।
एडवांस फीचर्स: पूरे रूट पर ऑप्टिकल फाइबर केबल, हेलीपैड, सोलर पावर जनरेशन सिस्टम और गैस पाइपलाइन बिछाई जा रही है।
यात्री सुविधाएं: हर 50 किमी पर यात्रियों के लिए वर्ल्ड-क्लास सुविधाएं (On-Route Amenities) होंगी। इसके अलावा, 2,000 से ज्यादा वॉटर रिचार्ज पॉइंट्स और 40 से अधिक इंटरचेंज बनाए गए हैं।
इस एक्सप्रेसवे के पूरी तरह से चालू होने के बाद न केवल यात्रा का समय बचेगा, बल्कि यह देश की अर्थव्यवस्था के लिए एक ग्रोथ इंजन के रूप में भी काम करेगा।











