हरियाणा का दूसरा मानव रहित टोल प्लाजा शुरू, एयरपोर्ट टनल का ट्रायल रन भी शुरू, जानें पूरी डिटेल

गुरुग्राम: हरियाणा के गुरुग्राम में द्वारका एक्सप्रेसवे पर राज्य का दूसरा मानव रहित टोल प्लाजा बनकर तैयार हो गया है। नेशनल हाईवे अथॉरिटी ऑफ इंडिया (NHAI) ने दिल्ली बॉर्डर पर ...

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वैशाली वर्मा

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हरियाणा का दूसरा मानव रहित टोल प्लाजा शुरू

गुरुग्राम: हरियाणा के गुरुग्राम में द्वारका एक्सप्रेसवे पर राज्य का दूसरा मानव रहित टोल प्लाजा बनकर तैयार हो गया है। नेशनल हाईवे अथॉरिटी ऑफ इंडिया (NHAI) ने दिल्ली बॉर्डर पर बजघेड़ा में स्थित इस आधुनिक टोल प्लाजा के संचालन की तैयारियां शुरू कर दी हैं। इसके साथ ही बुधवार से एयरपोर्ट से गुरुग्राम को जोड़ने वाली 3.6 किमी लंबी टनल को ट्रायल रन के लिए खोल दिया गया है।

₹9,000 करोड़ की लागत से बना है द्वारका एक्सप्रेसवे

NHAI द्वारा निर्मित यह द्वारका एक्सप्रेसवे करीब 29 किलोमीटर लंबा है, जिसमें 18.9 किलोमीटर हिस्सा हरियाणा में और 10.1 किलोमीटर दिल्ली में आता है। इस एक्सप्रेसवे की कुल लागत ₹9,000 करोड़ बताई जा रही है, जिसमें भूमि अधिग्रहण, निर्माण और मॉडर्न तकनीकों का खर्च शामिल है।

मानव रहित टोल प्लाजा की खासियतें

  • बूम बैरियर पर सेंसर टेक्नोलॉजी: जैसे ही वाहन सेंसर की रेंज में आएगा, फास्टैग से शुल्क कट जाएगा और बूम बैरियर अपने आप खुल जाएगा।

  • हाई-रेजोल्यूशन कैमरे: हर लेन में 50 मीटर रेंज के हाई-रेजोल्यूशन कैमरे लगाए गए हैं, जिससे एक भी गाड़ी बिना शुल्क चुकाए नहीं निकल सकेगी।

  • यूनिक वाहन ID सिस्टम: नई तकनीक से हर वाहन की यूनिक ID जनरेट होगी, जिससे बिना रुके टोल कट जाएगा।

  • कंट्रोल रूम से निगरानी: किसी भी तकनीकी खराबी को तुरंत दूर करने के लिए इंजीनियर की तैनाती रहेगी।

गुरुग्राम में पहले से बेहतर ट्रैफिक व्यवस्था

बजघेड़ा में पहले पारंपरिक टोल प्लाजा था, जहां फास्टैग स्कैनिंग में देरी होती थी। अब नए सिस्टम से सफर के समय में भारी कटौती होगी। टोल शुल्क की घोषणा अभी नहीं की गई है, लेकिन कयास लगाए जा रहे हैं कि दरें दिल्ली-मुंबई एक्सप्रेसवे जैसी हो सकती हैं।


द्वारका एक्सप्रेसवे की मुख्य विशेषताएं

  • भारत की पहली 8-लेन एलिवेटेड अर्बन रोड, जिसमें 75% हिस्सा एलिवेटेड है।

  • 3.6 किमी लंबी ब्लास्ट-प्रूफ टनल, जो IGI एयरपोर्ट के टर्मिनल-3 से सीधे जुड़ती है।

  • 20+ फ्लाईओवर और पुल, 11 अंडरपास, 20 पैदल क्रॉसिंग और 2.5 मीटर चौड़ा साइकिल ट्रैक।


द्वारका एक्सप्रेसवे से होने वाले फायदे

  1. यातायात भीड़ में कमी: NH-48 पर ट्रैफिक 30-50% तक कम होगा।

  2. सफर में बचत: द्वारका से मानेसर सिर्फ 15 मिनट में और मानेसर से एयरपोर्ट सिर्फ 20 मिनट में पहुंचा जा सकेगा।

  3. कनेक्टिविटी में सुधार: CPR, SPR और दिल्ली-मुंबई एक्सप्रेसवे से सीधा कनेक्शन।

  4. आर्थिक विकास: सेक्टर 104, 106, 109 में प्रॉपर्टी की कीमतों में वृद्धि, नए रोजगार और लॉजिस्टिक्स में बढ़ोतरी।


 द्वारका एक्सप्रेसवे और बजघेड़ा टोल प्लाजा जैसे प्रोजेक्ट न केवल गुरुग्राम और दिल्ली की कनेक्टिविटी को नया आयाम देंगे, बल्कि हरियाणा की इन्फ्रास्ट्रक्चर और आर्थिक संभावनाओं को भी मजबूत बनाएंगे।

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