इंडियन नेशनल लोकदल (INLD) प्रमुख अभय सिंह चौटाला पर ‘जूते मारने’ के विवादास्पद आरोप लगाने के बाद, गुजरात कैडर के सेवानिवृत्त आईपीएस अधिकारी राम सिंह यादव ने अपने बयान से पूर्ण रूप से पीछे हटते हुए सफाई दी है। उन्होंने एक वीडियो जारी कर कहा कि उन्होंने “कभी नहीं कहा था कि अभय सिंह चौटाला ने उन्हें जूते मारे थे” और उनके शब्दों को “गलत संदर्भ में समझा गया।”
पूर्व आईपीएस का सफाई वीडियो:
आरोप वापसी: यादव ने कहा, “मैंने ये कभी नहीं कहा कि चौधरी अभय सिंह चौटाला ने मुझे जूते मारे थे।”
माफी: उन्होंने कहा कि यदि उनके बयान से किसी को ठेस पहुंची है तो वे “दिल से माफी मांगते हैं।”
शुभकानाएं: उन्होंने अभय चौटाला को “एक अच्छे राजनेता” बताते हुए उनके उज्ज्वल भविष्य की कामना की।
मामले की पृष्ठभूमि:
आरोप: यादव ने पहले एक पॉडकास्ट में दावा किया था कि अभय चौटाला ने उन्हें “39 जूते मारे” थे। साथ ही उन्होंने 1990 के दशक में अजय चौटाला की गिरफ्तारी से जुड़ा एक पुराना विवाद भी उठाया था।
चौटाला की प्रतिक्रिया: अभय चौटाला ने इन आरोपों को “झूठा और मानहानिकारक” बताते हुए 100 करोड़ रुपये के मानहानि नोटिस की धमकी दी थी।
पत्नी का समर्थन: यादव की पत्नी, अनुपमा यादव (पूर्व ज्यूडिशियल मजिस्ट्रेट) ने सोशल मीडिया पर चौटाला परिवार के खिलाफ अभियान चलाया था और मानहानि का दावा करने की भी बात कही थी।
विवाद का असर:
यादव के इस यू-टर्न से राजनीतिक गलियारों में चर्चा तेज हो गई है। कई लोग इसे दबाव या कानूनी कार्रवाई के डर से जोड़कर देख रहे हैं, तो कुछ का मानना है कि यह गलतफहमी साफ करने का प्रयास है। अभय चौटाला की ओर से अभी तक नई प्रतिक्रिया नहीं आई है।
यह मामला राजनीति और प्रशासनिक सेवा के बीच के पुराने तनाव और विवादों की ओर इशारा करता है। हालांकि, पूर्व आईपीएस के माफीनामे से विवाद के तात्कालिक तूफान के थमने की उम्मीद है, लेकिन इसके राजनीतिक प्रभाव आने वाले दिनों में देखे जा सकते हैं।











