हरियाणा। केंद्रीय राज्य मंत्री राव इंद्रजीत सिंह ने मंगलवार को गुरुग्राम के सेक्टर-44 स्थित अपैरल हाउस में आयोजित कार्यक्रम में राष्ट्रीय राजमार्ग-48 (गुरुग्राम-जयपुर खंड) पर लगभग 282 करोड़ रुपये की लागत से बनने वाली अधोसंरचना परियोजनाओं का शिलान्यास किया। इस अवसर पर केंद्रीय सड़क परिवहन एवं राजमार्ग तथा कॉरपोरेट कार्य मंत्रालय के राज्य मंत्री हर्ष मल्होत्रा भी मौजूद रहे।
राव इंद्रजीत सिंह ने कहा कि गुरुग्राम और रेवाड़ी औद्योगिक व कारोबारी गतिविधियों के अहम केंद्र हैं। यहां प्रतिदिन लाखों वाहन गुजरते हैं, लेकिन लंबे समय से जाम, जलभराव और सड़क पार करने की समस्याएं आमजन के लिए बड़ी चुनौती बनी हुई थीं। उन्होंने बताया कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में इन समस्याओं का स्थायी समाधान निकाला जा रहा है।
267 करोड़ की लागत से 4 फ्लाईओवर और सड़क सुधार
परियोजना में लगभग 267 करोड़ रुपये खर्च होंगे, जिसके तहत—
पचगांव चौक, राठीवास, धारूहेड़ा (हीरो कंपनी के पास) और साहलवास में 4 फ्लाईओवर बनेंगे।
58.8 किलोमीटर लंबे खंड पर सर्विस रोड का सुधार और चौड़ीकरण होगा।
18.05 किलोमीटर नई आरसीसी नालियां और 40.64 किलोमीटर मौजूदा नालियों का कवर किया जाएगा, ताकि जलभराव से छुटकारा मिल सके।
सड़क सुरक्षा के लिए 2,475 साइनबोर्ड, 29,613 रोड स्टड, 800 डेलिनेटर, 34 ट्रैफिक इंपैक्ट एटेन्युएटर और 3 हाई-मास्ट लाइटें लगाई जाएंगी।
पर्यावरण संरक्षण को ध्यान में रखते हुए 15,000 पौधे लगाए जाएंगे।
15 करोड़ से 9 आधुनिक फुटओवरब्रिज
यातायात और पैदल यात्रियों की सुरक्षा के लिए 15 करोड़ रुपये की लागत से 9 आधुनिक फुटओवरब्रिज बनाए जाएंगे। ये शिकोहपुर, मानेसर (एनएसजी कैंप के पास), बिनौला, राठीवास, मालपुरा, जयसिंहपुरखेड़ा, सिधरावली, खरखरा और खजुरी में बनेंगे। हर एफओबी को सीढ़ियों और रैंप के साथ डिजाइन किया जाएगा, ताकि दिव्यांग और वरिष्ठ नागरिकों को भी आसानी हो।
11 साल में बदली तस्वीर : हर्ष मल्होत्रा
कार्यक्रम में केंद्रीय राज्य मंत्री हर्ष मल्होत्रा ने कहा कि पिछले 11 वर्षों में देश ने इंफ्रास्ट्रक्चर विकास की नई रफ्तार पकड़ी है।
2014 से अब तक 60 हजार किमी से अधिक राष्ट्रीय राजमार्ग बने हैं।
आजादी से 2014 तक पूरे देश में सिर्फ 91 हजार किमी एनएच बने थे।
पहले जहां औसतन 12 किमी प्रतिदिन हाईवे बनते थे, वहीं अब यह गति बढ़कर 33 किमी प्रतिदिन हो गई है।
उन्होंने कहा कि एनएच-48 की ये परियोजनाएं गुरुग्राम और रेवाड़ी के लिए मील का पत्थर साबित होंगी और आने वाले समय में यातायात को सुरक्षित, सुगम और आधुनिक बनाएंगी।