पलवल | कृषि एवं किसान कल्याण विभाग, पलवल के उपनिदेशक डॉ. अनिल सहरावत ने बताया कि हरियाणा सरकार ने कपास की खेती करने वाले किसानों के लिए सूक्ष्म पोषक तत्वों और एकीकृत कीट प्रबंधन (IPM) पर अनुदान देने की योजना शुरू की है। इसके लिए विभाग ने किसानों से ऑनलाइन आवेदन मांगे हैं।
कितनी मिलेगी आर्थिक मदद?
योजना के तहत, जिन किसानों ने कपास की फसल बोई है, उन्हें अधिकतम 2 एकड़ तक का लाभ मिलेगा।
किसानों को 2,000 रुपये प्रति एकड़ या 50% लागत, जो भी कम हो, अनुदान दिया जाएगा।
अनुदान का लाभ उन्हीं किसानों को मिलेगा, जिन्होंने मेरी फसल-मेरा ब्यौरा पोर्टल पर पंजीकरण करवाया है।
आवेदन की प्रक्रिया
किसानों को योजना का लाभ उठाने के लिए:
agriharyana.gov.in पोर्टल पर आवेदन करना होगा।
कपास की फसल में उपयोग किए गए सूक्ष्म पोषक तत्वों व कीटनाशकों के बिल अपलोड करना अनिवार्य होगा।
बिल अपलोड न करने वाले किसानों को योजना का लाभ नहीं मिलेगा।
📅 आवेदन करने और बिल अपलोड करने की अंतिम तिथि 30 सितंबर 2025 तय की गई है।
पंजीकरण की शर्त
सहायक तकनीकी प्रबंधक अतुल शर्मा ने बताया कि कृषि विभाग की सभी योजनाओं का लाभ उठाने के लिए किसानों का मेरी फसल-मेरा ब्यौरा पोर्टल पर पंजीकरण अनिवार्य है।
अभी तक जिले के 24,700 किसानों ने लगभग 1,52,000 एकड़ भूमि का ही पंजीकरण करवाया है।
पंजीकरण की अंतिम तिथि 31 अगस्त 2025 तय की गई है।
उन्होंने जिले के सभी कपास उत्पादक किसानों से अपील की है कि वे समय रहते पंजीकरण करवाकर विभागीय योजनाओं का लाभ उठाएं।