हरियाणा कौशल रोजगार निगम: राज्य में रोजगार और कौशल विकास के लिए बड़ी पहल, जानें HKRN की पूरी डिटेल

हरियाणा कौशल रोजगार निगम (Haryana Kaushal Rozgar Nigam  – HKRN) हरियाणा राज्य सरकार का एक महत्वपूर्ण संगठन है, जो राज्य के युवाओं को बेहतर कौशल प्रशिक्षण देने और उन्हें रोजगार ...

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वैशाली वर्मा

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हरियाणा कौशल रोजगार निगम (Haryana Kaushal Rozgar Nigam  – HKRN) हरियाणा राज्य सरकार का एक महत्वपूर्ण संगठन है, जो राज्य के युवाओं को बेहतर कौशल प्रशिक्षण देने और उन्हें रोजगार के अवसर प्रदान करने के उद्देश्य से कार्यरत है। इस निगम का गठन मुख्य रूप से उन युवाओं को प्रोत्साहित करने और तैयार करने के लिए किया गया है, जो रोजगार की खोज में हैं या जिनके पास किसी खास कौशल का अभाव है। यह निगम रोजगार सृजन की दिशा में राज्य सरकार के दृष्टिकोण को आगे बढ़ाने के लिए काम करता है, ताकि हरियाणा के युवाओं को रोजगार के अवसर मिल सकें और वे कौशल की दृष्टि से सक्षम बन सकें।

हरियाणा कौशल रोजगार निगम का गठन
हरियाणा कौशल रोजगार निगम का गठन हरियाणा राज्य सरकार ने किया था, ताकि राज्य के युवाओं को प्रशिक्षण, रोजगार और स्वरोजगार के अवसर मिल सकें। निगम का उद्देश्य यह सुनिश्चित करना है कि राज्य में कौशल विकास के लिए पर्याप्त प्रशिक्षण केंद्र और सुविधाएं उपलब्ध हों, और इसके माध्यम से युवाओं को रोजगार के लिए तैयार किया जा सके।

निगम का मुख्य उद्देश्य उद्योगों और व्यापारों की आवश्यकताओं के अनुसार कौशल प्रशिक्षण प्रदान करना है, ताकि युवाओं को एक व्यावसायिक दिशा मिल सके। इसके माध्यम से राज्य के बेरोजगार युवाओं को रोजगार के अवसर उपलब्ध कराए जाते हैं, साथ ही स्वरोजगार के लिए भी उन्हें प्रेरित किया जाता है।

मुख्य उद्देश्य और कार्यक्षेत्र
हरियाणा कौशल रोजगार निगम के मुख्य उद्देश्य निम्नलिखित हैं:

  1. कौशल विकास:
    निगम का सबसे प्रमुख उद्देश्य युवाओं को आधुनिक और उद्योग-आधारित कौशल प्रदान करना है। इसके लिए निगम विभिन्न कौशल विकास योजनाओं का संचालन करता है, जिससे राज्य के युवा अपनी तकनीकी क्षमताओं को बढ़ा सकें।

  2. रोजगार और स्वरोजगार अवसर:
    निगम द्वारा संचालित कौशल प्रशिक्षण से युवाओं को विभिन्न क्षेत्रों में रोजगार और स्वरोजगार के अवसर प्रदान किए जाते हैं। इससे उन्हें न केवल निजी क्षेत्रों में, बल्कि सरकारी संस्थानों में भी नौकरी पाने का मौका मिलता है।

  3. नौकरी और उद्योगों के बीच पुल का काम:
    हरियाणा कौशल रोजगार निगम नौकरी प्रदाताओं और रोजगार चाहने वालों के बीच एक पुल का काम करता है। यह सुनिश्चित करता है कि जो लोग प्रशिक्षण प्राप्त कर रहे हैं, उन्हें उद्योगों की मांग के अनुसार रोजगार मिल सके।

  4. नई और उभरती हुई इंडस्ट्री के लिए प्रशिक्षण:
    निगम नए और उभरते हुए उद्योगों के लिए प्रशिक्षण कार्यक्रम तैयार करता है, ताकि युवाओं को नई तकनीकों और उद्योगों में काम करने का अवसर मिल सके। इसके अलावा, यह पुरानी और पारंपरिक इंडस्ट्री में भी कौशल प्रशिक्षण प्रदान करता है।

  5. सामाजिक और आर्थिक समावेशिता:
    निगम का एक और उद्देश्य सामाजिक और आर्थिक रूप से पिछड़े वर्गों को मुख्यधारा में लाना है। यह सुनिश्चित करता है कि समाज के हर वर्ग को कौशल प्रशिक्षण और रोजगार के अवसर मिलें, ताकि कोई भी व्यक्ति अपने विकास में पीछे न रहे।

कौशल विकास योजनाएं
हरियाणा कौशल रोजगार निगम द्वारा कई प्रकार की कौशल विकास योजनाएं चलाई जाती हैं। इन योजनाओं के अंतर्गत युवाओं को विभिन्न क्षेत्रीय और राष्ट्रीय स्तर के कौशल प्रशिक्षण कार्यक्रमों में भाग लेने का अवसर मिलता है। कुछ प्रमुख योजनाएं निम्नलिखित हैं:

  1. मुख्यमंत्री कौशल विकास योजना:
    इस योजना के तहत राज्य के युवाओं को तकनीकी कौशल प्रशिक्षण प्रदान किया जाता है। इस योजना का उद्देश्य युवाओं को उच्च गुणवत्ता का कौशल प्रशिक्षण देना है, ताकि वे विभिन्न उद्योगों में काम करने के लिए तैयार हो सकें।

  2. प्रधानमंत्री कौशल विकास योजना:
    इस योजना का संचालन केंद्र सरकार द्वारा किया जाता है, लेकिन राज्य स्तर पर इसे हरियाणा कौशल रोजगार निगम द्वारा लागू किया जाता है। इसके माध्यम से युवाओं को नौकरी पाने योग्य कौशल सिखाया जाता है।

  3. स्वरोजगार कार्यक्रम:
    यह योजना उन युवाओं के लिए है जो खुद का व्यवसाय शुरू करने के इच्छुक हैं। इसके तहत स्वरोजगार प्रशिक्षण और वित्तीय सहायता प्रदान की जाती है, ताकि वे अपना खुद का व्यवसाय स्थापित कर सकें।

  4. आधिकारिक रोजगार मेला:
    निगम समय-समय पर रोजगार मेलों का आयोजन करता है, जिसमें विभिन्न कंपनियां और उद्योग अपना ब्योरा देते हैं। इन मेलों में युवाओं को रोजगार के अवसर प्रदान किए जाते हैं और उन्हें सीधे तौर पर नौकरी देने के लिए भर्ती की जाती है।

प्रशिक्षण क्षेत्र
हरियाणा कौशल रोजगार निगम विभिन्न क्षेत्रों में प्रशिक्षण प्रदान करता है, ताकि युवाओं को अपनी रुचियों और कौशल के अनुसार विकल्प मिल सकें। ये क्षेत्रों में निम्नलिखित प्रमुख क्षेत्रों में प्रशिक्षण दिया जाता है:

  1. सूचना प्रौद्योगिकी (IT):
    आईटी क्षेत्र में कौशल प्रशिक्षण प्रदान किया जाता है, जिसमें सॉफ़्टवेयर डेवलपमेंट, वेब डिज़ाइनिंग, डिजिटल मार्केटिंग, आदि शामिल हैं।

  2. स्वास्थ्य और देखभाल:
    स्वास्थ्य क्षेत्र में नर्सिंग, मेडिकल लैब तकनीशियन, और फिजियोथेरेपी जैसी स्किल्स प्रदान की जाती हैं।

  3. विपणन और बिक्री:
    विपणन और बिक्री के क्षेत्र में युवाओं को सेल्स, मार्केटिंग, ग्राहक सेवा, और ब्रांड प्रबंधन में कौशल प्रदान किया जाता है।

  4. वाणिज्यिक निर्माण:
    युवाओं को बिल्डिंग कंस्ट्रक्शन, इलेक्ट्रीशियन, और प्लंबर जैसे तकनीकी कौशल में प्रशिक्षण दिया जाता है।

  5. आत्मनिर्भरता और उद्यमिता:
    स्वरोजगार के लिए प्रशिक्षण कार्यक्रमों में कृषि, छोटे व्यवसाय, और स्टार्टअप शुरू करने के लिए आवश्यक कौशल प्रदान किया जाता है।

सहयोग और साझेदारी
हरियाणा कौशल रोजगार निगम विभिन्न सरकारी और निजी संस्थाओं के साथ मिलकर काम करता है, ताकि युवाओं को अधिक से अधिक प्रशिक्षण और रोजगार अवसर मिल सकें। यह निगम कंपनियों, उद्योगों और शैक्षिक संस्थानों के साथ साझेदारी करता है ताकि प्रशिक्षित युवाओं को रोजगार मिल सके।

हरियाणा कौशल रोजगार निगम राज्य के युवाओं के लिए एक महत्वपूर्ण पहल है, जो उन्हें बेहतर कौशल प्रशिक्षण और रोजगार के अवसर प्रदान करता है। इसके द्वारा दी जाने वाली योजनाएं और कार्यक्रम युवाओं को तकनीकी, व्यवसायिक और आर्थिक दृष्टि से सशक्त बनाने में मदद करते हैं। इस पहल के माध्यम से हरियाणा राज्य अपने युवाओं को ना केवल रोजगार प्रदान करता है, बल्कि उन्हें स्वयं के व्यवसाय को स्थापित करने के लिए भी प्रेरित करता है।

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