हरियाणा के कैथल में शुक्रवार को आयोजित जिला कष्ट निवारण समिति की बैठक में ऊर्जा एवं परिवहन मंत्री अनिल विज ने पुलिस की लापरवाही पर कड़ी कार्रवाई करते हुए एक सहायक उपनिरीक्षक (ASI) को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया। यह कार्रवाई एक नाबालिग लड़की द्वारा आत्महत्या के मामले में जांच अधिकारी द्वारा उचित कार्रवाई न करने के आरोप में की गई।
मामला क्या है?
बैठक में पूंडरी थाना क्षेत्र के एक गांव के निवासी ने मंत्री विज के समक्ष एक दर्दनाक शिकायत रखी। उन्होंने बताया कि उनकी नाबालिग बेटी को चार युवक लगातार छेड़ते और धमकाते थे। इस उत्पीड़न से तंग आकर अगस्त माह में लड़की ने आत्महत्या कर ली। पीड़ित के पिता ने आरोप लगाया कि उन्होंने तुरंत ही चारों आरोपियों के खिलाफ थाने में शिकायत दर्ज करवाई, लेकिन जांच अधिकारी ASI संजय ने मामले में कोई गंभीर कार्रवाई नहीं की।
मंत्री का गुस्सा और तत्काल कार्रवाई
मामला सुनकर मंत्री अनिल विज काफी नाराज हो गए। उन्होंने जांच में लापरवाही बरतने के आरोप में ASI संजय को फटकार लगाई और तुरंत उसे सस्पेंड करने के आदेश दिए। साथ ही, मामले की निष्पक्ष जांच के लिए पुलिस और प्रशासन की एक संयुक्त जांच समिति के गठन का भी आदेश दिया।
“या तो व्यवहार सुधारें, या मुझे सुधारना आता है”
इस घटना के बाद मंत्री विज ने बैठक में मौजूद पुलिस अधिकारियों को सख्त चेतावनी देते हुए कहा, “आप लोग अपना व्यवहार तत्काल सुधार लें, नहीं तो मुझे भी सुधारना आता है।” उन्होंने कहा कि जनता की सेवा और शिकायतों का त्वरित निपटान पुलिस का प्राथमिक कर्तव्य है।
17 मामलों की सुनवाई, 5 साल पुराने मर्डर केस पर भी सख्ती
इस बैठक में कुल 17 मामलों (10 पुराने और 7 नए) की सुनवाई की गई। एक अन्य मामले में, जहां करीब 5 साल से एक हत्या की जांच चल रही थी, शिकायतकर्ता महिला ने आरोप लगाया कि पुलिस मामले को गंभीरता से नहीं ले रही। इस पर भी मंत्री विज ने पुलिस को तत्काल कार्रवाई और पारदर्शी जांच करने के सख्त निर्देश दिए।
मंत्री अनिल विज की यह सख्त कार्रवाई हरियाणा सरकार की उस नीति का हिस्सा लगती है, जिसमें जनता की शिकायतों पर त्वरित और प्रभावी कार्रवाई पर जोर दिया जा रहा है। एक ASI का निलंबन और पुलिस को चेतावनी एक स्पष्ट संदेश है कि लापरवाही और जन-सेवा में कोताही बर्दाश्त नहीं की जाएगी। अब नई गठित समिति की रिपोर्ट पर अगले कदम निर्भर करेंगे।











