हरियाणा में मुस्लिम आबादी कितनी है? जिलेवार पूरी जानकारी और जनसंख्या का विश्लेषण
हरियाणा भारत के प्रमुख उत्तर भारतीय राज्यों में से एक है, जो अपनी कृषि, खेल संस्कृति और औद्योगिक विकास के लिए जाना जाता है। यहां विभिन्न धर्मों के लोग रहते हैं, जिनमें हिन्दू, मुस्लिम, सिख, जैन, ईसाई आदि शामिल हैं। इस लेख में हम विस्तार से जानेंगे कि हरियाणा में मुस्लिम आबादी कितनी है, उसका जिलेवार वितरण कैसा है और समय के साथ इसमें क्या परिवर्तन आए हैं।
हरियाणा में कुल मुस्लिम आबादी कितनी है?
भारतीय जनगणना 2011 के अनुसार, हरियाणा की कुल आबादी 2.53 करोड़ (25,351,462) थी। इनमें से मुस्लिम समुदाय की आबादी करीब 17.81 लाख (1,781,342) थी, जो कुल जनसंख्या का लगभग 7.03% हिस्सा है।
2023 के अनुमानित आंकड़ों के अनुसार हरियाणा की आबादी लगभग 3.09 करोड़ मानी जा रही है। यदि मुस्लिम जनसंख्या का अनुपात समान रहा हो, तो यह संख्या अब बढ़कर 21–22 लाख के आसपास हो सकती है।
जिलेवार मुस्लिम आबादी का वितरण (जनगणना 2011 के अनुसार)
जिला | मुस्लिम आबादी | प्रतिशत (%) |
---|---|---|
नूंह (मेवात) | 8,61,800 (लगभग) | 79.20% |
पलवल | 2,08,542 | 20.00% |
फरीदाबाद | 1,61,680 | 8.93% |
यमुनानगर | 1,38,569 | 11.41% |
गुरुग्राम | 70,875 | 4.68% |
पानीपत | 86,671 | 7.19% |
सोनीपत | 45,095 | 3.11% |
करनाल | 31,612 | 2.10% |
हिसार | 21,650 | 1.24% |
पंचकूला | 23,451 | 4.18% |
अंबाला | 22,116 | 1.96% |
कुरुक्षेत्र | 15,970 | 1.66% |
फतेहाबाद | 8,380 | 0.89% |
महेंद्रगढ़ | 5,660 | 0.61% |
रेवाड़ी | 5,713 | 0.63% |
झज्जर | 8,247 | 0.86% |
कैथल | 8,232 | 0.77% |
जींद | 23,081 | 1.73% |
सिरसा | 9,584 | 0.74% |
नूंह जिला अकेले हरियाणा की मुस्लिम आबादी का लगभग 48% हिस्सा रखता है। इसे हरियाणा का मुस्लिम बहुल इलाका माना जाता है।
मुस्लिम जनसंख्या में बदलाव (2001 से 2011 तक)
2001 में मुस्लिम आबादी: 12.22 लाख
2011 में मुस्लिम आबादी: 17.81 लाख
वृद्धि दर: लगभग 45.7%, जबकि राज्य की कुल जनसंख्या वृद्धि दर लगभग 22.5% थी।
यह आंकड़े बताते हैं कि मुस्लिम आबादी की वृद्धि दर हरियाणा में औसत से तेज रही है। इसका मुख्य कारण प्रजनन दर और जनसंख्या सघनता है, विशेषकर नूंह जैसे जिलों में।
प्रमुख विशेषताएँ
हरियाणा के 22 जिलों में से अधिकांश में मुस्लिम आबादी का प्रतिशत 1% से 5% के बीच है।
केवल नूंह, पलवल, यमुनानगर और फरीदाबाद ऐसे जिले हैं जहाँ मुस्लिम जनसंख्या का प्रतिशत औसत से बहुत अधिक है।
सामाजिक और राजनीतिक महत्व: नूंह, फरीदाबाद और पलवल जैसे जिलों में चुनावों के दौरान मुस्लिम वोट बैंक की भूमिका महत्वपूर्ण हो जाती है।
निष्कर्ष
हरियाणा की मुस्लिम आबादी राज्य की विविधता को दर्शाती है। जहां नूंह और उसके आसपास के क्षेत्रों में मुस्लिम समुदाय प्रमुखता से उपस्थित है, वहीं राज्य के अन्य हिस्सों में उनकी जनसंख्या अपेक्षाकृत कम है। जनगणना 2021 की रिपोर्ट अभी सार्वजनिक नहीं हुई है, लेकिन पूर्ववर्ती आंकड़ों और अनुमानों से स्पष्ट है कि आने वाले वर्षों में मुस्लिम जनसंख्या में और वृद्धि देखी जा सकती है।
स्रोत
भारत सरकार जनगणना 2011: www.censusindia.gov.in
NITI Aayog रिपोर्ट्स
मीडिया रिपोर्ट (ThePrint, Dainik Jagran, Amar Ujala)