हरियाणा में मंगलवार को हुई भारी बारिश ने जनजीवन को अस्त-व्यस्त कर दिया। अंबाला, सोनीपत, पानीपत, रोहतक, हिसार, भिवानी, नारनौल और चरखी दादरी जिले दिनभर रुक-रुककर तेज बारिश की चपेट में रहे। जगह-जगह जलभराव और हादसों की खबरें सामने आईं।
सबसे बड़ा असर रेलवे पर पड़ा। बारिश और भूस्खलन के चलते रेलवे ने 18 ट्रेनों को रद्द कर दिया। जानकारी के अनुसार, पंजाब के पठानकोट और हिमाचल के कंदरोड़ी रेलवे ट्रैक पर बने चक्कर पुल के क्षतिग्रस्त होने से यह निर्णय लिया गया। इसके अलावा जम्मू तवी से श्री माता वैष्णो देवी कटरा और जम्मू तवी से बाड़ी ब्राह्मण डाउन लाइन पर भी बाढ़ का पानी भर गया।
हिसार के बरवाला स्थित सरकारी अस्पताल में तो हालात और बिगड़ गए। यहां ग्राउंड फ्लोर, वार्ड, ओपीडी, लैब, कार्यालय और ऑपरेशन थिएटर तक में पानी भर गया। अस्पताल प्रशासन को मजबूरन ओपीडी बंद करनी पड़ी और भर्ती मरीजों को छुट्टी देकर घर भेजना पड़ा, जबकि गंभीर मरीजों को अन्य अस्पतालों में रेफर किया गया।
झज्जर और चरखी दादरी में श्मशान घाट और एसपी आवास तक पानी भर गया। वहीं रेवाड़ी में पूर्व मंत्री अजय यादव व चेयरमैन पूनम यादव के घर के बाहर और लघु सचिवालय की इमारत तक पानी घुस गया। इससे सरकारी कामकाज भी ठप हो गया।
फतेहाबाद में एक रोडवेज बस में पानी भर गया, जिसमें फंसी सवारियों को पुलिस ने बाहर निकाला।
बारिश से जुड़े बड़े अपडेट्स:
सिरसा: गांव कागदाना में दीवार गिरने से 65 वर्षीय किसान कृष्ण कुमार की मौत।
भिवानी: नौरंगाबाद में मंदिर पर बिजली गिरी, मकानों के इनवर्टर व बैटरी जली।
झज्जर: तुंबाहेड़ी गांव में तीन भैंसों की मौत।
सोनीपत: मकान की छत का प्लास्टर गिरने से दंपती घायल।
फरीदाबाद: मकान गिरने से तीन मवेशियों की मौत।
हिसार: शाहपुर गांव में 3 नहर और नाले टूटे, खेतों में पानी भरने से फसलें खराब। किसानों ने 27 अगस्त को मुआवजे की मांग को लेकर प्रदर्शन की घोषणा की।
यमुनानगर: यमुना नदी में बहकर आए खैर के पेड़, जिन्हें बाहर निकालने की तैयारी वन व सिंचाई विभाग कर रहा है।
बारिश ने जहां आमजन के लिए परेशानी खड़ी की है, वहीं किसानों की फसलें भी बड़े पैमाने पर प्रभावित हुई हैं। अब लोग सरकार से राहत और मुआवजे की मांग कर रहे हैं।