हरियाणा ने भारतीय खेलों में अपना प्रभुत्व स्थापित किया है। केवल 2.09% जनसंख्या के साथ, हरियाणा ने भारत के कुल ओलंपिक मेडल का 17.1%, पैरालंपिक मेडल का 25%, और राष्ट्रमंडल खेलों 2022 में 32.8% हिस्सा जीता है।
हरियाणा के पहले खिलाड़ी और ऐतिहासिक उपलब्धियां
प्रथम खिलाड़ी और स्वर्णिम शुरुआत
लीला राम संगवान हरियाणा के पहले ओलंपियन और राष्ट्रमंडल खेलों के पहले स्वर्ण पदक विजेता थे। चरखी दादरी जिले के इस पहलवान ने 1958 के कार्डिफ राष्ट्रमंडल खेलों में हेवीवेट (100 किग्रा) वर्ग में स्वर्ण पदक जीतकर इतिहास रचा था। वे भारत के पहले राष्ट्रमंडल खेल स्वर्ण पदक विजेता बने।
भीम सिंह घांगस दूसरे महत्वपूर्ण खिलाड़ी थे जिन्होंने हरियाणा के अलग राज्य बनने के पांच दिन बाद ही 1966 एशियाई खेलों में हाई जंप में स्वर्ण पदक जीता। उन्हें 1967 में अर्जुन पुरस्कार से सम्मानित किया गया और उनके नाम पर हरियाणा सरकार का सर्वोच्च खेल पुरस्कार “भीम पुरस्कार” रखा गया है।
ओलंपिक में हरियाणा का प्रदर्शन
व्यक्तिगत ओलंपिक मेडलिस्ट
हरियाणा से 7 व्यक्तिगत ओलंपिक मेडलिस्ट आए हैं:
विजेंदर सिंह (2008) – मुक्केबाजी में कांस्य
साइना नेहवाल (2012) – बैडमिंटन में कांस्य
योगेश्वर दत्त (2012) – कुश्ती में कांस्य
साक्षी मलिक (2016) – कुश्ती में कांस्य
नीरज चोपड़ा (2020) – भालाफेंक में स्वर्ण
रवि कुमार दहिया (2020) – कुश्ती में रजत
बजरंग पुनिया (2020) – कुश्ती में कांस्य
टोक्यो 2020 ओलंपिक में भारत के कुल 7 मेडल में से 4 मेडल हरियाणा के खिलाड़ियों ने जीते थे। पेरिस 2024 ओलंपिक में भी भारत के 6 मेडल में से 4 मेडल (नीरज चोपड़ा का रजत और मनु भाकर के 2 कांस्य सहित) हरियाणा के खिलाड़ियों ने जीते।
पैरालंपिक में हरियाणा की बेजोड़ सफलता
पेरिस 2024 पैरालंपिक में धमाल
पेरिस 2024 पैरालंपिक में हरियाणा ने अपना सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन किया। भारत के रिकॉर्ड 29 मेडल में से 8 मेडल हरियाणा के खिलाड़ियों ने जीते, जिसमें 5 स्वर्ण पदक शामिल थे:
स्वर्ण पदक विजेता:
सुमित अन्तिल – भालाफेंक F64 (70.59 मीटर, पैरालंपिक रिकॉर्ड)
नितेश कुमार – पैरा बैडमिंटन SL3
हरविंदर सिंह – तीरंदाजी व्यक्तिगत रिकर्व ओपन
धरमबीर नैन – क्लब थ्रो F51
नवदीप सिंह – भालाफेंक F41
रजत पदक विजेता:
योगेश कथुनिया – डिस्कस थ्रो F56
मनीष नरवाल – शूटिंग 10 मीटर एयर पिस्टल
प्रणव सूरमा – क्लब थ्रो F51
राष्ट्रमंडल खेलों में प्रभुत्व
बर्मिंघम 2022 में शानदार प्रदर्शन
राष्ट्रमंडल खेल 2022 में हरियाणा के खिलाड़ियों ने भारत के लिए 20 मेडल जीते, जो भारत के कुल 61 मेडल का 32.8% था। इसमें 9 स्वर्ण पदक शामिल थे:
कुश्ती में वर्चस्व: बजरंग पुनिया, साक्षी मलिक, दीपक पुनिया, विनेश फोगाट, रवि दहिया और नवीन कुमार ने स्वर्ण पदक जीते।
मुक्केबाजी में सफलता: नितू घांगस और अमित पंघल ने स्वर्ण पदक जीते।
पैरा पावरलिफ्टिंग में इतिहास: सुधीर ने राष्ट्रमंडल खेलों में भारत का पहला पैरा पावरलिफ्टिंग स्वर्ण पदक जीता।
महिला हॉकी टीम: कांस्य पदक विजेता भारतीय महिला हॉकी टीम में 9 खिलाड़ी हरियाणा से थीं, जिसकी कप्तान सविता पूनिया (सिरसा) थीं।
राष्ट्रीय खेलों में उत्कृष्टता
36वें राष्ट्रीय खेल 2022
गुजरात में आयोजित 36वें राष्ट्रीय खेल में हरियाणा ने 116 मेडल (38 स्वर्ण, 38 रजत, 40 कांस्य) जीतकर तीसरा स्थान हासिल किया। विशेष बात यह है कि 38 स्वर्ण पदकों में से 37 पदक ओलंपिक खेलों में शामिल स्पर्धाओं में आए थे।
पूरे भारत से तुलना
जनसंख्या के अनुपात में प्रदर्शन
हरियाणा की जनसंख्या भारत की कुल जनसंख्या का केवल 2.09% है, लेकिन खेलों में इसका योगदान इससे कहीं अधिक है:
राज्यवार तुलना (पैरालंपिक 2024)
खेलो इंडिया पैरा गेम्स में हरियाणा का प्रदर्शन:
कुल मेडल: 104 (34 स्वर्ण, 39 रजत, 31 कांस्य)
राष्ट्रीय रैंकिंग: प्रथम स्थान
निकटतम प्रतियोगी: तमिलनाडु (74 मेडल)
ऐतिहासिक आंकड़े
भारत के कुल ओलंपिक मेडल: 41 (1900-2024)
भारत के कुल पैरालंपिक मेडल: 60 (1972-2024)
हरियाणा का योगदान:
ओलंपिक: 7 मेडल (17.1%)
पैरालंपिक: लगभग 15 मेडल (25%)
राष्ट्रमंडल खेल 2022: 20 मेडल (32.8%)
पुरस्कार और सम्मान
राज्य सरकार के पुरस्कार
भीम पुरस्कार: हरियाणा का सर्वोच्च खेल सम्मान, ₹5 लाख नकद राशि के साथ।
महाराणा प्रताप पुरस्कार: आजीवन उपलब्धि के लिए पुरुष खिलाड़ियों को दिया जाता है।
नकद पुरस्कार नीति:
स्वर्ण पदक: ₹1.5 करोड़
रजत पदक: ₹75 लाख
कांस्य पदक: ₹50 लाख
राष्ट्रीय सम्मान
पद्म पुरस्कार विजेता:
लीला राम संगवान (पद्मश्री 1998)
कपिल देव (पद्मश्री 1982, पद्म भूषण 1991)
नीरज चोपड़ा (पद्मश्री 2022)
अर्जुन पुरस्कार: उदय चंद (1961) – हरियाणा के पहले अर्जुन पुरस्कार विजेता
खेल संस्कृति और भविष्य
खेल नीति की सफलता
हरियाणा की खेल नीति 2015 को अन्य राज्य भी अपना रहे हैं। इस नीति में स्कूल स्तर से ओलंपिक तक की तैयारी के लिए व्यापक प्रावधान हैं।
महिला खिलाड़ियों का योगदान
हरियाणा की महिला खिलाड़ियों ने विशेष पहचान बनाई है:
गीता फोगाट: ओलंपिक के लिए क्वालीफाई करने वाली पहली भारतीय महिला पहलवान
साक्षी मलिक: ओलंपिक मेडल जीतने वाली पहली भारतीय महिला पहलवान
मनु भाकर: ओलंपिक में शूटिंग मेडल जीतने वाली पहली भारतीय महिला
हरियाणा ने अपनी छोटी जनसंख्या के बावजूद भारतीय खेलों में अग्रणी भूमिका निभाई है। 1958 में लीला राम संगवान के पहले राष्ट्रमंडल स्वर्ण से लेकर 2024 के पेरिस पैरालंपिक में 8 मेडल तक का यह सफर हरियाणा की खेल संस्कृति, सरकारी नीति, और खिलाड़ियों के अथक परिश्रम का परिणाम है। राज्य ने सिद्ध कर दिया है कि उचित नीति, बेहतर सुविधाएं और दृढ़ संकल्प के साथ भारत विश्व खेल मंच पर अपना प्रभुत्व स्थापित कर सकता है।













