चंडीगढ़: हरियाणा सरकार द्वारा 5600 कांस्टेबल पदों की पुलिस भर्ती रद्द किए जाने पर जननायक जनता पार्टी (JJP) ने प्रदेश की भाजपा सरकार पर जोरदार हमला बोला है। पूर्व उपमुख्यमंत्री दुष्यंत चौटाला ने आरोप लगाया कि यह भर्ती महज वोट लेने के लिए निकाली गई थी और अब बेरोजगार युवाओं के साथ धोखा किया जा रहा है।
“पुलिस संख्या बल न्यूनतम स्तर पर”
दुष्यंत चौटाला ने एक ट्वीट में कहा, “हरियाणा में पुलिस में संख्या बल लगातार कम हो रहा है और न्यूनतम स्तर पर है। वोट लेने के लिए निकाली गई भर्तियां अब रद्द की जा रही हैं, ऐसे में ‘सेवा सुरक्षा सहयोग’ का मिशन कहां से पूरा होगा?” उन्होंने मुख्यमंत्री नायब सैनी से गृह मंत्री के नाते इस गंभीर स्थिति को तुरंत समझने की मांग की।
“भर्ती थी चुनावी छलावा”
जेजेपी के युवा प्रदेश अध्यक्ष दिग्विजय चौटाला ने आरोप लगाया कि यह भर्ती चुनाव से पहले सिर्फ वोट लेने के उद्देश्य से निकाली गई थी। उन्होंने बताया कि एचएसएससी ने 16 अगस्त 2024 को इन पदों के लिए विज्ञापन जारी किया था, लेकिन लगभग एक साल बाद बिना किसी ठोस कारण के भर्ती रद्द कर दी गई। दिग्विजय ने मांग की कि रद्द की गई भर्तियों को दोबारा शुरू कर सभी रिक्त पदों को जल्द से जल्द भरा जाए।
पंजाब यूनिवर्सिटी में हिस्सेदारी की मांग
दिग्विजय चौटाला ने एक अन्य मुद्दे पर पंजाब यूनिवर्सिटी में हरियाणा की हिस्सेदारी सुनिश्चित करने की मांग की। उन्होंने कहा कि 1976 में तत्कालीन मुख्यमंत्री बंसीलाल द्वारा हरियाणा के कॉलेजों को अलग करना एक ऐतिहासिक गलती थी। उन्होंने सुझाव दिया कि पंचकूला, अंबाला और यमुनानगर जिलों के कॉलेजों को फिर से पंजाब यूनिवर्सिटी से संबद्ध किया जाना चाहिए और एक साझा प्रबंधन मॉडल अपनाया जाना चाहिए। साथ ही, उन्होंने हरियाणा की पंजाब यूनिवर्सिटी सीनेट में हिस्सेदारी सुनिश्चित करने और शीघ्र सीनेट चुनाव करवाने की मांग रखी।














