हरियाणा के झज्जर जिले के गांव भिंडावास निवासी लांसनायक सोनू यादव (28) ने पंजाब के बठिंडा में जहरीला पदार्थ निगलकर आत्महत्या कर ली। आत्महत्या से पहले उन्होंने एक वीडियो रिकॉर्ड किया, जिसमें उन्होंने भारतीय वायुसेना के 5 अधिकारियों पर मानसिक रूप से प्रताड़ित करनेऔर आत्महत्या के लिए मजबूर करने का आरोप लगाया है।
अंतिम संस्कार सैन्य सम्मान के साथ
शुक्रवार को उनका शव उनके पैतृक गांव पहुंचा, जहां सैन्य सम्मान के साथ अंतिम संस्कार किया गया। उनके छोटे भाई मोनू ने उन्हें मुखाग्नि दी।
क्या है मामला?
तैनाती स्थल: बठिंडा एयरफोर्स स्टेशन, भिसियाना – CWE विंग में क्लर्क
परिवार: पत्नी और ढाई साल की बेटी के साथ सरकारी क्वार्टर में रह रहे थे
भर्ती: 2018 में भारतीय सेना में भर्ती हुए थे
मृत्यु: 20 मई को बठिंडा रेलवे स्टेशन के पास बेसुध पाए गए, अस्पताल में इलाज के दौरान मृत्यु
आत्महत्या से पहले की वीडियो में आरोप
लांसनायक सोनू यादव ने आत्महत्या से पहले बनाए गए वीडियो में कहा:
“मेरी मौत के जिम्मेदार वरिष्ठ अधिकारी CWE एसके पांडे, सहायक CWE विकास गांधी, तेजराम मीना, हवलदार राजीव कुमार और सतीश कुमार हैं।”
उन्होंने यह भी बताया कि इन्हीं लोगों की प्रताड़ना से परेशान होकर उन्हें आत्मघाती कदम उठाना पड़ा।
क्या था विवाद?
छेड़छाड़ की शिकायत: सोनू ने अपने पिता को बताया था कि उनके पड़ोस में रहने वाले जवान सतीश (जिला जींद) ने उनकी पत्नी से अश्लील इशारे किए और छेड़छाड़ की कोशिश की।
शिकायत पर उल्टा दबाव: 16 मई को सोनू की सतीश से झड़प हुई, जिसकी शिकायत उन्होंने अधिकारियों से की। लेकिन आरोप है कि सतीश पर कार्रवाई करने के बजाय उल्टा सोनू को ही परेशान किया गया।
पुलिस कार्रवाई
बठिंडा पुलिस ने भारतीय वायुसेना के 5 अधिकारियों के खिलाफ आत्महत्या के लिए उकसाने का केस दर्ज किया है।
जांच जारी है और परिवार ने न्याय की मांग की है।
इस मामले ने सैन्य बलों के भीतर मानसिक उत्पीड़न और सिस्टम की जवाबदेही पर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं।
लांसनायक सोनू यादव की मौत सिर्फ एक आत्महत्या नहीं, बल्कि एक सिस्टम की चूक का नतीजा लगती है। उनका वीडियो और लगाए गए आरोप इस बात के गवाह हैं कि उन्हें न्याय नहीं, बल्कि दबाव और अपमान का सामना करना पड़ा।