सरकार ने प्रदेश में सफाई व्यवस्था को सुधारने के लिए रियल टाइम स्तर पर सख्ती से काम शुरू कर दिया है। बुधवार को मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी ने एक रियल टाइम ट्रैकिंग पोर्टल और मोबाइल एप का शुभारंभ किया, जो घर-घर से कचरा उठाने की प्रक्रिया की निगरानी करेगा।
अब प्रदेश के सभी नगर निगमों, नगर परिषदों और नगर पालिकाओं में चल रहे सफाई कार्यों की लाइव लोकेशन ऑनलाइन देखी जा सकेगी। यह सुविधा आम लोगों के लिए भी उपलब्ध रहेगी, जिससे पारदर्शिता और जवाबदेही में इज़ाफा होगा।
मुख्यमंत्री ने नगर निगम और जिला नगर आयुक्तों के साथ समीक्षा बैठक की, जिसमें शहरी स्थानीय निकाय मंत्री विपुल गोयल सहित वरिष्ठ अधिकारी मौजूद रहे। मुख्यमंत्री ने साफ कहा कि स्वच्छता प्रदेश की पहली प्राथमिकता है और किसी भी शहर में कचरे के ढेर नहीं दिखने चाहिए।
15 जून तक सफाई और मरम्मत के निर्देश
बैठक में मुख्यमंत्री ने निर्देश दिए कि 15 जून तक नालों व सीवरेज की सफाई का कार्य पूरा किया जाए। साथ ही सड़कों की मरम्मत और गड्ढों को भरने के काम को भी उसी समयसीमा में पूरा करने को कहा गया है। ठेकेदारों की कार्यप्रणाली की समीक्षा कर लापरवाही पाए जाने पर कार्रवाई के निर्देश भी दिए गए हैं।
हर प्रमुख स्थान पर CCTV कैमरे
हर शहर के व्यस्ततम स्थानों पर CCTV कैमरे लगाए जाएंगे, ताकि सफाई व्यवस्था की निगरानी और बेहतर हो सके। मुख्यमंत्री ने साफ किया कि निगरानी के स्तर पर कोई ढिलाई बर्दाश्त नहीं की जाएगी।
मेयर और पार्षदों को मिलेगा स्टडी टूर का मौका
मुख्यमंत्री ने यह भी घोषणा की कि जो मेयर, चेयरमैन और पार्षद स्वच्छता, जल प्रबंधन और सड़क निर्माण जैसे कार्यों को बेहतरीन ढंग से संपन्न कराएंगे, उन्हें स्टडी टूर पर भेजा जाएगा। समाधान शिविरों की शिकायतों को शीघ्र निपटाने के भी निर्देश दिए गए हैं।
इस अवसर पर मुख्यमंत्री के प्रधान सचिव अरुण कुमार गुप्ता, शहरी स्थानीय निकाय विभाग के आयुक्त एवं सचिव विकास गुप्ता, महानिदेशक पंकज, और मुख्यमंत्री के ओएसडी राज नेहरू भी उपस्थित रहे।