समाना क्षेत्र के किसानों का एक प्रतिनिधिमंडल, पूर्व पटियाला सांसद व बीजेपी नेता प्रनीत कौर के नेतृत्व में, हरियाणा के मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी से मिला। किसानों ने बताया कि हांसी-बुटाना नहर घग्गर नदी के प्राकृतिक बहाव को रोकती है और हर साल करीब 150 गांवों में बाढ़ की स्थिति पैदा कर देती है।
धरमेहेड़ी गांव में किसानों का धरना
9 सितंबर से कई गांवों के किसान समाना हलके के धरमेहेड़ी गांव में धरना प्रदर्शन कर रहे हैं। प्रभावित गांवों में सस्सी ब्राह्मणा, सस्सी गुजरां, धरमेहेड़ी, हशामपुर, भगवापुर और सस्सा शामिल हैं।
प्रनीत कौर ने कहा, “हजारों एकड़ उपजाऊ जमीन पानी में डूब चुकी है, जिससे किसानों और ग्रामीणों को भारी नुकसान हुआ है।” उन्होंने हरियाणा सीएम से साइफन की सफाई और डिज़ाइन में बदलाव की मांग की ताकि भविष्य में बाढ़ से बचाव हो सके।
साइफन संरचना पर सवाल
पटियाला (ग्रामीण) से कांग्रेस विधायक और पंजाब के स्वास्थ्य मंत्री डॉ. बलबीर सिंह ने नहर के साइफनों में संरचनात्मक बदलाव की मांग उठाई।
साइफन दरअसल कंक्रीट का ढांचा होता है, जिससे पानी नहर से निकलकर नीचे की ओर बहता है। किसानों का आरोप है कि मौजूदा साइफन का डिज़ाइन खराब है, जो घग्गर नदी के पानी को रोक देता है।
हरियाणा सीएम का आश्वासन
प्रनीत कौर के अनुसार, सीएम नायब सिंह सैनी ने तकनीकी विभागों को मामले की तुरंत जांच करने के निर्देश दिए और किसानों को आश्वासन दिया कि वे मौके का दौरा कर स्थायी समाधान निकालेंगे।
नहर निर्माण को लेकर विवाद
समाना एसडीएम हरजीत कौर ने पहले ही कहा था कि यह नहर हरियाणा ने पंजाब-हरियाणा सीमा के साथ बिना अनिवार्य मंजूरी के बनाई थी। यह घग्गर और उसकी सहायक नदियों के प्राकृतिक बहाव को रोकती है और पंजाब के सीमा क्षेत्र के गांवों में डूबने का खतरा बढ़ाती है।
राज्यपाल का दौरा
इस बीच, पंजाब के राज्यपाल गुलाबचंद कटारिया शनिवार को घग्गर नदी के बाढ़ग्रस्त गांवों का दौरा करेंगे और हालात की समीक्षा करेंगे।
हांसी-बुटाना नहर क्या है?
आधिकारिक नाम: भाखड़ा मेन लाइन–हांसी बुटाना लिंक नहर
हरियाणा सरकार द्वारा बनाया गया सिंचाई व जल-लिंक प्रोजेक्ट
लंबाई: 109 किलोमीटर
उद्देश्य: भाखड़ा मेन लाइन (BML) नहर से हरियाणा के हिस्से का पानी पंजाब-हरियाणा सीमा पर समाना के पास निकालकर पहुंचाना