सिरसा। हरियाणा के सिरसा जिले के नाथूसरी कलां गांव में एक दिल दहला देने वाली घटना सामने आई है। गांव के हंजीरा रोड पर बुधवार शाम करीब 4:30 बजे झाड़ियों में एक नवजात बच्ची कपड़े में लिपटी मिली। गनीमत रही कि बच्ची पूरी तरह स्वस्थ थी। ग्रामीणों की मदद से उसे तुरंत सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र नाथूसरी चौपटा पहुंचाया गया, जहां डॉक्टरों ने उसका इलाज शुरू किया।
कूड़ा डालने गई महिला ने सुनी रोने की आवाज
गांव की रहने वाली गुलशन नामक महिला जब कूड़ा डालने गईं तो उन्हें झाड़ियों से रोने की आवाज सुनाई दी। नजदीक जाकर देखने पर उन्होंने कपड़े में लिपटी एक नवजात बच्ची को पाया। गुलशन ने तुरंत ग्रामीणों को सूचना दी, जिसके बाद मौके पर लोग इकट्ठा हो गए।
ग्रामीणों ने पहुंचाया स्वास्थ्य केंद्र
ग्रामीणों ने एम्बुलेंस बुलाकर बच्ची को स्वास्थ्य केंद्र नाथूसरी चौपटा पहुंचाया। डॉक्टरों ने बच्ची को करीब एक दिन की नवजात बताया। फिलहाल बच्ची की स्थिति स्थिर है और शुगर लेवल व अन्य जांच सामान्य पाई गई। हालांकि बच्ची का वजन थोड़ा कम मिला। इलाज के बाद उसे बेहतर देखरेख के लिए सिरसा नागरिक अस्पताल के बाल वार्ड में रेफर किया गया है।
महिला ने जताई गोद लेने की इच्छा
गुलशन, जिसने सबसे पहले बच्ची को देखा और बचाया, ने कहा कि उनके पहले से दो बेटे हैं और वे इस बच्ची को गोद लेकर पालना चाहती हैं। फिलहाल इस पर प्रशासनिक स्तर पर आगे की प्रक्रिया होगी।
पुलिस ने किया केस दर्ज
सूचना मिलते ही नाथूसरी चौपटा थाना पुलिस मौके पर पहुंची और घटनास्थल का मुआयना किया। थाना प्रभारी राधेश्याम ने बताया कि अज्ञात के खिलाफ मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी गई है। पुलिस अब यह पता लगाने की कोशिश कर रही है कि बच्ची को किसने और क्यों झाड़ियों में छोड़ा।













