हरियाणा के शिक्षा मंत्री महिपाल ढांडा ने कांग्रेस नेता और लोकसभा में विपक्ष के नेता राहुल गांधी पर विवादित टिप्पणी करते हुए उन्हें “मंदबुद्धि” कह दिया। उन्होंने कहा कि “मंदबुद्धि कुछ भी बोल सकते हैं, इसलिए उनकी बातों पर चर्चा करना ही बेकार है।”
यह बयान राहुल गांधी द्वारा ‘ऑपरेशन सिंदूर’ और भारत की विदेश नीति पर सवाल उठाने के बाद आया है। राहुल गांधी ने हाल ही में सोशल मीडिया पर कहा था कि भारत की विदेश नीति पूरी तरह से ध्वस्त हो चुकी है और उन्होंने विदेश मंत्री से तीन अहम सवाल पूछे थे। इसी प्रतिक्रिया में महिपाल ढांडा ने तीखा हमला बोला।
ढांडा बोले- राहुल में नहीं है देश के संकट को समझने की समझ
शिक्षा मंत्री ढांडा ने कहा कि राहुल गांधी जैसे नेताओं को देश के मौजूदा हालात की गंभीरता समझ ही नहीं आती। उन्होंने कहा, “कांग्रेस नेताओं को सीख लेनी चाहिए कि इस संकट की घड़ी में AIMIM के प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी तक देश की तारीफ कर रहे हैं, लेकिन कांग्रेस के नेताओं में हौसला और दम ही नहीं है।”
उन्होंने अतीत का उदाहरण देते हुए कहा कि जब इंदिरा गांधी प्रधानमंत्री थीं, तब अटल बिहारी वाजपेयी ने भी विपक्ष में रहते हुए उनका समर्थन किया था। लेकिन आज की कांग्रेस को देश की अहमियत समझ नहीं आती।
रामचंद्र जांगड़ा के बयान पर भी दी प्रतिक्रिया
बीजेपी राज्यसभा सांसद रामचंद्र जांगड़ा के पहलगाम हमले पर दिए गए विवादित बयान पर प्रतिक्रिया देते हुए महिपाल ढांडा ने कहा कि “यह जांगड़ा का व्यक्तिगत बयान है, और वही इसका स्पष्टीकरण देंगे।”
गौरतलब है कि जांगड़ा ने वीरांगनाओं को लेकर विवादित टिप्पणी की थी, जिसमें उन्होंने कहा था कि “अगर शहीद सैनिकों की पत्नियों ने अहिल्याबाई होलकर का इतिहास पढ़ा होता तो वे अपने पतियों की शहादत को यूं नहीं देखतीं।”
राजनीतिक गलियारों में बढ़ा विवाद
महिपाल ढांडा के इस बयान के बाद कांग्रेस की तरफ से तीखी प्रतिक्रिया आने की संभावना है। कांग्रेस इसे व्यक्तिगत हमले और असंवेदनशील राजनीति का उदाहरण बता सकती है। वहीं, भाजपा अभी तक इस बयान पर आधिकारिक प्रतिक्रिया देने से बचती दिख रही है।
हरियाणा की राजनीति में महिपाल ढांडा और रामचंद्र जांगड़ा के विवादित बयानों ने सियासी तापमान बढ़ा दिया है। राहुल गांधी पर मंदबुद्धि कहने का बयान अब तूल पकड़ रहा है और इस पर आगामी दिनों में सियासी घमासान तेज होने की पूरी संभावना है।