हरियाणा का मौसम: नवंबर की शुरुआत के साथ ही हरियाणा के मौसम में बदलाव का दौर जारी है। दिन में हल्की धूप और सुबह-शाम की गुलाबी ठंड के बीच, एक नए पश्चिमी विक्षोभ के सक्रिय होने से मौसम का मिजाज फिर बदलने वाला है। भारतीय मौसम विज्ञान विभाग (IMD) ने आज, 5 नवंबर को राज्य के उत्तरी हिस्सों में बारिश की संभावना जताई है, जिससे ठंड का असर और बढ़ सकता है।
इन जिलों में बारिश का अलर्ट
मौसम विभाग के अनुसार, पश्चिमी विक्षोभ के आंशिक प्रभाव के कारण उत्तरी हरियाणा के तीन जिलों में गरज-चमक के साथ छिटपुट बूंदाबांदी या हल्की बारिश हो सकती है:
पंचकूला
अंबाला
यमुनानगर
हालांकि देर रात भी इन जिलों के लिए अलर्ट जारी किया गया था, पर बारिश नहीं हुई। आज बारिश होने की स्थिति में दिन के तापमान में गिरावट दर्ज की जा सकती है। प्रदेश के बाकी हिस्सों में आंशिक रूप से बादल छाए रहेंगे।
तापमान और ठंड का हाल
मंगलवार, 4 नवंबर को हिसार में अधिकतम तापमान 32.8 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया, जबकि कैथल 28.9 डिग्री सेल्सियस के साथ सबसे ठंडा रहा। सुबह के समय ठंड का असर बढ़ गया है और राज्य का औसत तापमान 16 डिग्री सेल्सियस के आसपास महसूस किया जा रहा है।
आगे कैसा रहेगा मौसम का मिजाज?
हरियाणा कृषि विश्वविद्यालय के मौसम विज्ञान विभाग के अनुसार, बारिश का यह दौर रहेगा।
6 से 9 नवंबर: इस अवधि के दौरान मौसम आमतौर पर फिर से शुष्क हो जाएगा।
ठंडी हवाएं: उत्तर और उत्तर-पश्चिमी दिशा से चलने वाली ठंडी हवाओं के कारण दिन के तापमान में मामूली बढ़ोतरी हो सकती है, लेकिन रातें और अधिक ठंडी होंगी। 9 नवंबर तक न्यूनतम तापमान 12 डिग्री सेल्सियस तक लुढ़कने की संभावना है, जिससे ठंड का एहसास काफी बढ़ जाएगा।
धुंध का असर: 6 और 7 नवंबर को सुबह के समय धुंध भी देखने को मिल सकती है।
AQI का बढ़ा स्तर
मौसम में ठंडक के साथ ही हरियाणा के कई शहरों में वायु गुणवत्ता सूचकांक (AQI) का स्तर ‘खराब’ श्रेणी में पहुंच गया है।
करनाल: 324 (बहुत खराब)
फरीदाबाद: 249 (खराब)
गुरुग्राम: 202 (खराब)
लोगों को, विशेषकर सांस की बीमारियों से पीड़ित मरीजों को, सुबह के समय सावधानी बरतने की सलाह दी जाती है।











