सिरसा। हरियाणा के सिरसा जिले में किसानों ने अपनी लंबित मांगों को लेकर ओटू हेड पर पक्का धरना शुरू कर दिया है। किसानों ने सरकार पर नहरों में घग्घर नदी का पानी न छोड़ने और तटबंधों को मजबूत न करने का आरोप लगाया। इस दौरान प्रदर्शनकारी किसानों ने सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी की और चेतावनी दी कि जब तक उनकी मांगें पूरी नहीं होतीं, धरना जारी रहेगा।
किसान बोले — घग्घर नदी का पानी छोड़ा जाए
किसान नेता प्रकाश सिंह ममेरां ने मीडिया से बातचीत में बताया कि सरकार को चाहिए कि साउथ घग्घर कैनाल और ढाणी शेरां फलडी माइनर में सेम का पानी डालने के बजाय घग्घर नदी का पानी छोड़ा जाए। उन्होंने कहा कि इससे सिंचाई व्यवस्था सुधरेगी और किसानों को राहत मिलेगी।
उनकी अन्य प्रमुख मांगों में —
- हिसार-घग्घर ड्रेन की खुदाई,
- तटबंधों को मजबूत करना,
- ओटू हेड पर लिफ्ट इरिगेशन सिस्टम लगाना,
- और ड्रेन का पानी घग्घर नदी में डालने की व्यवस्था करना शामिल हैं।
2025 में भारी नुकसान झेल चुके किसान
किसानों ने कहा कि वर्ष 2025 में घग्घर नदी में उफान आने के दौरान ड्रेन की सफाई न होने से कई गांवों की फसलें डूब गई थीं और लोग बेघर हो गए थे। अब वे चाहते हैं कि ऐसी स्थिति दोबारा न हो, इसलिए तटबंधों और ड्रेनों की सफाई व मजबूती को लेकर सरकार तुरंत कदम उठाए।
SDO ने दिया समाधान का आश्वासन
धरने की जानकारी मिलने पर SDO रघुवीर शर्मा ने कहा कि यह मामला अभी उनके संज्ञान में नहीं आया है, लेकिन किसानों की मांगें आते ही उनका प्रस्ताव बनाकर उच्च अधिकारियों को भेजा जाएगा और आवश्यक कार्रवाई की जाएगी।
इस मौके पर प्रकाश सिंह ममेरां, महावीर गोदारा, गगन कुलार, जगदीश स्वामी, अमरजीत सिंह, ताराचंद गोदारा और संदीप कासनिया सहित कई किसान मौजूद रहे।











