सिरसा (हरियाणा): “देश की बेटियां अब हर मुकाम पर फहरा रहीं हैं तिरंगा!” इस कथन को सच कर दिखाया है मेजर कर्मजीत कौर रंधावा ने। सिरसा की इस बेटी ने भारतीय सेना-नौसेना-वायुसेना की 10 महिला अधिकारियों की टीम के साथ 6500 किमी की ऐतिहासिक समुद्री यात्रा पूरी कर नया कीर्तिमान स्थापित किया है।
क्या था मिशन?
मुंबई से सेशेल्स तक भारत निर्मित जहाज “त्रिवेणी” से सफल यात्रा।
56 फुट लंबे जहाज में कोई डीजल/बिजली नहीं, सिर्फ सोलर सिस्टम और हवा पर निर्भरता।
उष्णकटिबंधीय तूफानों, 40 फुट ऊंची लहरों और थकान को हराकर 27 दिन में मिशन पूरा।
कौन हैं मेजर कर्मजीत?
2015 में भारतीय सेना में चयन, वर्तमान में मुंबई में तैनात।
पिता एडवोकेट रिछपाल सिंह और माता राजविंदर कौर ने बेटी के जज्बे को सलाम किया।
गांव पहुंचने पर सिरसा के लोगों ने सर आंखों पर बैठाया, “बेटियां हर क्षेत्र में आगे” का संदेश दिया।
टीम में कौन-कौन?
लेफ्टिनेंट कर्नल अनुजा (सेना)
कैप्टन ओमिता, दौली, प्राजक्ता (नौसेना)
स्क्वाड्रन लीडर विभा, श्रद्धा (वायुसेना)
क्या बोली कर्मजीत?
“मन में था बस एक जुनून… चाहे कुछ भी हो, आगे बढ़ना है! यह मिशन भारतीय महिलाओं की शक्ति का प्रतीक है।”
क्यों है खास?
पहली बार भारतीय महिला अधिकारियों ने इतनी लंबी समुद्री यात्रा की।
स्वदेशी जहाज से अंतरराष्ट्रीय जल में सफलता पाकर “आत्मनिर्भर भारत” को दिया बल।