सिरसा। हरियाणा सरकार पर्यावरण संतुलन और किसानों की आय बढ़ाने के दोहरे उद्देश्य से एक खास योजना चला रही है। इसके तहत सिरसा जिले में 800 हेक्टेयर जमीन पर करीब 8.80 लाख क्लोन सफेदा के पौधे लगाए जाएंगे। योजना के तहत इच्छुक किसान अपने खेत में ये पौधे लगवा सकते हैं, लेकिन उन्हें 5 वर्षों तक उसकी देखभाल करनी होगी।
वन विभाग का टारगेट: 800 हेक्टेयर में 8.80 लाख पौधे
वन मंडल अधिकारी सतीश कुमार के अनुसार, एक हेक्टेयर में औसतन 1,100 पौधे लगाए जाएंगे। यह कार्य बरसात शुरू होने के बाद 15 जून से शुरू होगा। किसान सफेदा के साथ अन्य फसलें भी उगा सकते हैं।
पिछले वर्ष 200 हेक्टेयर में 2.20 लाख क्लोन सफेदा लगाए गए थे, जिससे किसानों को अच्छा लाभ मिला।
एक साल रखरखाव विभाग करेगा, फिर सौंपे जाएंगे पौधे
विभाग एक वर्ष तक पौधों का रखरखाव खुद करेगा, जबकि रखवाली की जिम्मेदारी किसान की होगी। एक साल बाद पौधे किसानों को सौंप दिए जाएंगे। यह योजना सेम प्रभावित क्षेत्रों में प्राथमिकता के आधार पर लागू की जाएगी — जैसे नाथूसरी चौपटा, नहराना, घग्गर बेल्ट और डबवाली।
पौधे से पौधे की दूरी 1.5 मीटर और लाइन से लाइन की दूरी 4 मीटर रखी जाएगी ताकि पेड़ को सही आकार मिल सके।
5 से 8 साल में होगा तैयार, बनेगा कमाई का साधन
वन विभाग के अनुसार, क्लोन सफेदा 5 से 6 साल में पेड़ का आकार ले लेता है। जब इसकी चौड़ाई 60-70 सेमी हो जाती है, तो इसे लकड़ी के रूप में बेचा जा सकता है। अगर पेड़ की चौड़ाई अधिक होती है, तो इसकी कीमत और भी बढ़ जाती है। आमतौर पर 8 साल में यह पूरी तरह टिम्बर के रूप में तैयार हो जाता है।
पर्यावरण संरक्षण के साथ आय का स्रोत भी
वन विभाग का मानना है कि क्लोन सफेदा का पौधारोपण पर्यावरण संतुलन के साथ-साथ किसानों के लिए कमाई का बेहतर जरिया बन रहा है। विभाग का कहना है कि इस योजना के लिए इच्छुक किसान वन विभाग से संपर्क कर सकते हैं और खेत में पौधारोपण की प्रक्रिया शुरू कर सकते हैं।