देश के गरीब परिवारों के लिए प्रधानमंत्री उज्ज्वला योजना (PMUY) एक बड़ी राहत बनकर सामने आई है। केंद्र सरकार ने जानकारी दी है कि इस योजना के तहत अब तक 10.33 करोड़ से अधिक परिवारों को सब्सिडी वाली LPG गैस दी जा रही है। इसका फायदा देशभर के गरीब घरों, खासकर महिलाओं को मिल रहा है।
उज्ज्वला लाभार्थियों के लिए सिर्फ ₹503 में गैस सिलेंडर
पेट्रोलियम और प्राकृतिक गैस राज्य मंत्री सुरेश गोपी ने लोकसभा में बताया कि अंतरराष्ट्रीय बाजार में एलपीजी की कीमत जुलाई 2023 में $385/MT से बढ़कर फरवरी 2025 में $629/MT हो गई है। इसके बावजूद सरकार ने गरीब परिवारों को राहत देते हुए उज्ज्वला सिलेंडर की कीमत ₹903 से घटाकर ₹503 कर दी है।
फिलहाल दिल्ली में 14.2 किलोग्राम का घरेलू सिलेंडर ₹803 का है, लेकिन उज्ज्वला लाभार्थियों को ₹300 की सब्सिडी मिलने के कारण उन्हें यही सिलेंडर ₹503 में मिल रहा है।
उज्ज्वला योजना: एक नज़र में
शुरुआत: मई 2016
लक्ष्य: बिना जमा राशि के गरीब महिलाओं को मुफ्त गैस कनेक्शन
पहला लक्ष्य: 8 करोड़ कनेक्शन (सितंबर 2019 में पूरा)
विस्तार: उज्ज्वला 2.0 के तहत बाकी परिवारों को जोड़ा गया
एलपीजी की पहुंच और खपत में बढ़ोतरी
सरकार की कोशिशों से अब देशभर में घरेलू एलपीजी उपभोक्ताओं की संख्या 32.94 करोड़ तक पहुंच गई है।
2019-20 में एक उज्ज्वला परिवार ने औसतन 3.01 सिलेंडर का उपयोग किया था, जो अब 2024-25 में 4.43 सिलेंडर तक बढ़ गया है।
एलपीजी कवरेज 2016 के 62% से बढ़कर लगभग 100% तक पहुंच चुकी है।
ग्रामीण भारत में 93% नए गैस वितरक
सरकार ने 7,959 नए गैस वितरक नियुक्त किए हैं, जिनमें 93% ग्रामीण इलाकों में हैं। LPG को बढ़ावा देने के लिए लगातार प्रचार अभियान, पंजीकरण शिविर, और ऑनलाइन आवेदन भी चलाए जा रहे हैं।
महिलाओं को मिला स्वास्थ्य और समय का फायदा
उज्ज्वला योजना के आने से:
महिलाओं को अब लकड़ी, गोबर या फसल अवशेष जलाने की जरूरत नहीं
घरों में धुएं की मात्रा घटी, जिससे स्वास्थ्य में सुधार
ईंधन इकट्ठा करने में लगने वाला समय बचा
महिलाएं अब अन्य आर्थिक गतिविधियों में समय दे पा रही हैं
पर्यावरण को भी मिला लाभ
एलपीजी के बढ़ते उपयोग से वनों की कटाई में कमी आई है और इससे पर्यावरण संरक्षण को बढ़ावा मिला है। उज्ज्वला योजना ने गरीब परिवारों के जीवन को आसान बनाने के साथ-साथ पर्यावरण के प्रति भी योगदान दिया है।
प्रधानमंत्री उज्ज्वला योजना एक सामाजिक और पर्यावरणीय बदलाव की मिसाल बन चुकी है। करोड़ों गरीब परिवारों को एलपीजी सिलेंडर की सस्ती उपलब्धता ने उनके जीवन में बड़ा अंतर पैदा किया है। सरकार आने वाले समय में इस योजना के तहत और अधिक सुविधाएं जोड़ सकती है।