Sirsa Mandi Bhav: हरियाणा के किसानों के लिए राहत भरी खबर है। सिरसा अनाज मंडी (Sirsa Mandi) में आज नरमा, कपास, धान, सरसों, ग्वार, गेहूं और बाजरा के ताजे भाव जारी कर दिए गए हैं। मंडी में आज फसलों के भाव में हल्की बढ़ोतरी देखने को मिली है। किसानों के लिए यह अपडेट बेहद अहम है क्योंकि नरमा और धान के दामों में उतार-चढ़ाव से सीधे उनकी आमदनी पर असर पड़ता है।
सिरसा मंडी के आज के प्रमुख भाव (Sirsa Mandi Bhav Today)
| फसल का नाम | न्यूनतम भाव (₹/क्विंटल) | अधिकतम भाव (₹/क्विंटल) |
|---|---|---|
| नरमा (Cotton Seed) | 5000 | 7250 |
| कपास (Kapash) | 6800 | 7100 |
| सरसों (Mustard) | 6300 | 6550 |
| ग्वार (Guar) | 3400 | 4350 |
| गेहूं (Wheat) | 2450 | 2530 |
| बाजरा (Bajra) | 1800 | 1925 |
| धान 1509 (Paddy 1509) | 2500 | 2986 |
| धान 1847 (Paddy 1847) | 2300 | 2631 |
| धान PB-1 (Paddy PB-1) | 2600 | 3005 |
| धान 1401 (Paddy 1401) | 2900 | 3281 |
| धान 1718 (Paddy 1718) | 2600 | 2950 |
| धान 1885 (Paddy 1885) | 2600 | 2950 |
आज के रेट्स का विश्लेषण (Market Trend Analysis)
सिरसा मंडी में आज नरमा के भाव ₹7250 प्रति क्विंटल तक पहुंचे, जो पिछले सप्ताह के मुकाबले ₹150 अधिक हैं। धान 1401 किस्म ने भी मंडी में रिकॉर्ड ₹3281 प्रति क्विंटल का भाव छुआ है। वहीं सरसों और ग्वार के भाव स्थिर रहे। किसानों का कहना है कि अगर मौसम अनुकूल रहा तो आने वाले दिनों में धान और नरमा दोनों के भाव में और सुधार देखने को मिल सकता है।
कपास और नरमा के भाव में हल्की तेजी
कपास और नरमा की आवक बढ़ने के बावजूद मांग मजबूत बनी हुई है। विशेष रूप से कपास की ऊपरी कीमत ₹7100 प्रति क्विंटल दर्ज की गई, जिससे व्यापारियों में सकारात्मक माहौल देखा गया।
धान के भाव में विविधता
धान की विभिन्न किस्मों में भावों में अंतर देखने को मिला। PB-1 और 1401 किस्मों ने सबसे अच्छा प्रदर्शन किया। वहीं धान 1847 और 1718किस्मों के रेट्स में मामूली गिरावट देखी गई।
सरसों और ग्वार में स्थिरता
सरसों और ग्वार के रेट्स लगभग पिछले हफ्ते के स्तर पर बने हुए हैं। बाजार विशेषज्ञों का मानना है कि आगामी सप्ताह में ग्वार की मांग बढ़ सकती है, जिससे रेट्स में हल्की तेजी आ सकती है।
कुल मिलाकर सिरसा मंडी में आज के रेट किसानों के लिए संतोषजनक रहे। धान और कपास के अच्छे दाम मिलने से किसानों के चेहरे पर मुस्कान लौट आई है। अगर यही रुझान कुछ और दिनों तक बना रहा, तो मंडी में किसानों की आमदनी में उल्लेखनीय बढ़ोतरी देखने को मिलेगी।











